Last Updated: Saturday, November 26, 2011, 12:51
मिदनापुर (पश्चिम बंगाल) : माओवादी नेता किशनजी के शव की शनिवार को मिदनापुर अस्पताल में उसकी भतीजी दीपा राव ने शिनाख्त की जिसके बाद शव को एम्बुलेन्स से कोलकाता भेजा गया। कोलकाता से किशनजी का शव विमान से आंध्रप्रदेश भेजा जाएगा।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि किशनजी की भतीजी, क्रांतिकारी कवि वारवरा राव और ‘एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ डेमोक्रेटिक राइट्स’ (एपीडीआर) संगठन ने माओवादी नेता का शव अपने खर्च पर आंध्रप्रदेश ले जाने की मांग की थी जिसे खारिज कर दिया गया। ताबूत में रखा किशनजी का शव पर्याप्त सुरक्षा के साथ एक पायलट कार से कोलकाता भेजा गया।
इससे पहले शव का पोस्टमार्टम मिदनापुर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में किया गया। संस्थान के बाहर एपीडीआर कार्यकर्ताओं ने ‘अमर रहे किशनजी’ के नारे लगाए तो दूसरी ओर ऐसे भी नारे लगे कि किशनजी का अंतिम संस्कार शहीदों की तरह नहीं किया जाना चाहिए। सूत्रों ने बताया कि कोलकाता से माओवादी नेता के शव को विमान से आंध्रप्रदेश के हैदराबाद और वहां से करीमनगर जिले के पेडापल्ली गांव ले जाया जाएगा।
किशनजी की भतीजी ने संवाददाताओं से कहा कि उसने शिनाख्त के दौरान शवगृह में रखे माओवादी नेता के शव की अपने सेलफोन से एक तस्वीर ली है। संवाददाताओं को तस्वीर दिखाते हुए उसने कहा, ‘यह अमानवीय है कि शव पर चोट के कम से कम 20 निशान हैं और गाल पूरी तरह उड़ चुके हैं।’
गुरुवार को बुरीसोल जंगल में हुई मुठभेड़ में किशनजी के मारे जाने के बाद उसका शव झाड़ग्राम स्थित पुलिस शवगृह से मिदनापुर अस्पताल लाया गया था। संयुक्त सुरक्षा बल अभी भी महिला माओवादी नेता सुचित्रा महतो की तलाश कर रहे हैं जो किशनजी के साथ रहती थी और मुठभेड़ के बाद अन्य नक्सलियों के साथ भाग गई थी। इस बीच, ‘फर्जी मुठभेड़’ में किशनजी के मारे जाने के विरोध में आयोजित दो दिवसीय बंद का राज्य पर कोई असर नहीं हुआ। केवल पश्चिमी मिदनापुर जिले के झाड़ग्राम इलाके में कुछ दुकानें ही बंद रहीं।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, November 26, 2011, 18:23