कुंभ में साधु को समाधि लेने से रोका गया

कुंभ में साधु को समाधि लेने से रोका गया

कुंभ में साधु को समाधि लेने से रोका गयाइलाहाबाद : इलाहाबाद में चल रहे महाकुंभ में प्रशासन ने सुबह एक साधु को समाधि लेने से रोक दिया जो कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों जैसे मुद्दों को लेकर जागरुकता के लिए स्वयं को जिंदा जमीन में दफन कर रहा था।

पुलिस और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने स्वामी श्यामानंद सरस्वती को उनके प्रस्तावित ‘समाधि’ स्थल से जबर्दस्ती हटाया। साधु ने समाधि लेने के लिए नौ फुट गुणे नौ फुट का एक गड्ढा खुदवाया था। अधिकारियों ने गड्ढे को मिट्टी से भर दिया।

साधु की योजना के अनुसार वह पूजा के बाद गड्ढे में प्रवेश करने वाले और वहां नौ दिन तक समाधि में रहने वाले थे। इस गड्ढे में उनके उपर उनके समर्थक मिट्टी की तीन फुट मोटी परत डालते।

सरस्वती का दावा है कि वह एक नागा साधु हैं। वह केवल बाघचर्म पहनते हैं, बालों की जटाएं बनी हुई हैं और शरीर पर राख लपेटे हुए हैं। हालांकि साधु का किसी ‘अखाड़े’ से संबंध नहीं है।

साधु ने दावा किया है कि पूर्व में उन्होंने कम से कम 11 बार समाधियां ली हैं। साधु का कहना है कि उन्होंने ये समाधियां अधिकतर वृंदावन और हरिद्वार जैसे स्थानों पर ली हैं।

साधु का कहना है कि उसके इस कदम का उद्देश्य महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, गंगा नदी में प्रदूषण और विश्व शांति की आवश्यकता के प्रति लोगों में जागरुकता लाना था। (एजेंसी)

First Published: Friday, February 1, 2013, 16:38

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