Last Updated: Tuesday, November 8, 2011, 13:41

तिरुनेलवेली (तमिलनाडु) : कुडनकुलम परमाणु उर्जा संयंत्र पर बने गतिरोध को सुलझाने के लिए केंद्र और तमिलनाडु सरकार द्वारा गठित समितियों की मंगलवार को यहां पहली बार बैठक हुई और इस मौके पर प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधियों ने अपनी मांगों की सूची सौंपी।
यहां कलेक्टोरेट पर केंद्र द्वारा गठित 15 सदस्यीय विशेषज्ञ समिति और राज्य की छह सदस्यीय समिति के बीच बातचीत के घंटे भर चले पहले दौर से निकले आंदोलन के दो प्रतिनिधियों ने बातचीत को संतोषजनक कहा।
एम पुष्परायण और जेसूराज ने संवाददाताओं से कहा कि एक ज्ञापन सौंपा गया है जिसमें 50 प्रश्न हैं और स्थान चयन तथा मूल्यांकन रिपोर्ट व पर्यावरण सुरक्षा विश्लेषण पर अनेक दस्तावेज मांगे गए हैं। उन्होंने कहा कि बातचीत बिना किसी दस्तावेज के शुरू नहीं हो सकती। उन्होंने मांग की कि उनके सवालों के जवाब के अलावा उन्हें रिपोर्ट दी जाएं।
दोनों ने एक श्वेतपत्र की मांग करते हुए कहा कि अधिकारी यह कहकर लोगों के बीच भय पैदा कर रहे हैं कि लगातार काम रुका रहने से संयंत्र प्रभावित होगा वहीं पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने केएनपीपी के दौरे के बाद सुरक्षा का दावा किया।
पुष्परायण ने कहा, इस बारे में सफाई देना सरकार का काम है। हमारा तत्काल अनुरोध है कि लोगों के दिमाग में किसी भी तरह के डर को साफ करना चाहिए। कलाम के दौरे के दो दिन बाद बैठक हुई है। कलाम ने क्षेत्र के विकास के लिए 200 करोड़ रुपये की लागत की 10 सूत्री कार्ययोजना सुझाई है और अधिकारियों से लोगों के मन में व्याप्त डर को दूर करने को कहा है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 8, 2011, 21:42