कुरियन मुद्दे पर LDF का विधानसभा में वाकआउट

कुरियन मुद्दे पर LDF का विधानसभा में वाकआउट

तिरूवनंतपुरम : सूर्यनेल्ली सामूहिक बलात्कार कांड में राज्य सभा के उपसभापति पीजे कुरियन की कथित संलिप्तता की दोबारा जांच के लिए केरल की कांग्रेस नीत यूडीएफ सरकार पर अपना दबाव जारी रखते हुए विपक्षी एलडीएफ ने आज विधानसभा से वाकआउट किया। अपनी मांगों को सरकार द्वारा खारिज कर दिये जाने के बाद विपक्ष ने वाकआउट किया। पीड़िता द्वारा नये खुलासे किये जाने के मद्देनजर सदन में पी श्रीरामकृष्णन (माकपा) ने एक स्थगन प्रस्ताव के जरिए नये सिरे से जांच कराये जाने की मांग की।

मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने राज्य लोक अभियोजन, विधि सचिव और न्यायमूर्ति पद्मनाभन नायर से मिली कानूनी राय के आधार पर मामले की नये सिरे से जांच कराये जाने की मांग को वस्तुत: खारिज कर दिया। गृह मंत्री तिरूवनचूर राधाकृष्णन ने बताया कि विधिक राय में कहा गया है कि शीर्ष न्यायालय द्वारा निपटाये गए मामले की फिर से जांच कराये जाने के बारे में आदेश देने के मामले में सरकार के समक्ष कानूनी अड़चने हैं।

उन्होंने कहा कि पीड़िता की याचिका के आधार पर नये सिरे से जांच का आदेश देना सरकार के लिए मुश्किल है। पीड़िता ने कहा है कि उससे छेड़छाड़ करने वाले लोगों में कुरियन भी शामिल थे। विपक्षी नेता वीएस अच्युतानंदन ने आरोप लगाया कि सरकार कुरियन को बचाने की कोशिश कर रही है। हालांकि, उन्होंने कहा कि कुरियन को अब कोई नहीं बचा सकता क्योंकि चीजें उनके खिलाफ जा रही हैं।

अच्युतानंदन ने कहा कि कुरियन का शुरू में समर्थन करने वाले भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने भी अपना रूख बदल लिया है और अब ‘सिर्फ कांग्रेस ही कुरियन के साथ खड़ी है।’’ उन्होंने कहा कि सूर्यनेल्ली मुद्दे पर पिछले हफ्ते हुए विरोध मार्च के दौरान महिला विधायकों पर की गई पुलिस कार्रवाई के सिलसिले में यदि सरकार दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने से इनकार करती है तो सदन के बाहर छह महिला विधायक धरना पर बैठ जाएंगी।

विधानसभा अध्यक्ष जी कार्तिकेयन ने मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के जवाब के बाद प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया जिसपर विपक्षी एलडीएफ सदस्य वाकआउट कर गए। यह मामला केरल के इडुकी जिला स्थित सूर्यनेल्ली की एक लड़की का है जिसका जनवरी 1996 में अपहरण हो गया था और उसे कई स्थानों पर ले जाया गया था तथा कई लोगों ने उसका यौन उत्पीड़न किया था।

कुरियन को इस मामले में बरी कर दिया गया था लेकिन पीड़िता ने हाल ही में आरोप लगाया कि उसका 1996 में उत्पीड़न करने वाले लोगों में वह भी शामिल थे। उन्होंने पिछले हफ्ते उच्चतम न्यायालय को एक पत्र भेजकर कुरियन के खिलाफ सभी आरोपों को निरस्त किये जाने के शीर्ष न्यायालय के आदेश पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया था। कुरियन इस आरोप को और अपने इस्तीफे की मांग को पहले ही खारिज कर चुके हैं। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, February 13, 2013, 19:24

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