Last Updated: Tuesday, April 17, 2012, 11:55
लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि राज्य के पूर्व परिवार कल्याण मंत्री तथा राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) में हुए हजारों करोड़ रुपए के घोटाले के साजिशकर्ता माने जा रहे बाबू सिंह कुशवाहा ना तो पार्टी में हैं और ना ही रहेंगे।
भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई के नवनियुक्त अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में एक सवाल पर कहा कि एनआरएचएम घोटाले के सरगना कहे जा रहे कुशवाहा ना तो पार्टी में हैं और ना ही रहेंगे। हालांकि, वह इस सवाल पर चुप रहे कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही और वरिष्ठ नेता विनय कटियार के कल पल्ला झाड़ने के बाद कुशवाहा को पार्टी में लाने का कुसूरवार कौन है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में एनआरएचएम घोटाले में आरोपी बसपा सरकार के पूर्व मंत्री कुशवाहा को विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल किया गया था, मगर विवाद उठने पर कुशवाहा स्वयं ही भाजपा नेतृत्व से ‘निर्दोष’ साबित हो जाने तक सदस्यता स्थगित कर देने का आग्रह किया था। पार्टी के निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही तथा वरिष्ठ नेता विनय कटियार ने कल कुशवाहा को भाजपा में शामिल करने में अपनी किसी भी तरह की भूमिका होने से साफ इनकार किया था। उसके बाद यह सवाल खड़ा हो गया है कि कुशवाहा को भाजपा में कौन लाया।
बाजपेई ने उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि कल्याणकारी योजनाओं में धर्म के आधार पर विभेद नहीं किया जाना चाहिए।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 17, 2012, 17:25