Last Updated: Tuesday, May 15, 2012, 19:14
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को केंद्र पर उनकी सरकार को वित्तीय संकट से उबरने में बिल्कुल ही मदद नहीं करने का आरोप लगाया। ममता ने यहां राज्य सचिवालय ‘राइटर्स बिल्डिंग’ में कहा कि हमारे समक्ष जो सबसे बड़ी बाधा है वह है कि संप्रग सरकार, जिसका हम समर्थन कर रहे हैं। वह हमें तनिक भी मदद नहीं कर रही है, जबकि हम पिछले सालभर से उसे बार बार :वित्तीय स्थिति के बारे में: बता रहे हैं और विधानसभा चुनाव से पहले उसने (मदद) का वादा भी किया था।
उन्होंने कहा कि हम केंद्र के जवाब का बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने तीन मई को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भेंट की थी और तीन साल के लिए केंद्रीय ऋण के ब्याज भुगतान पर रोक की मांग की थी। ममता ने कहा कि केंद्र ने पिछली वाममोर्चा सरकार को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से काफी मदद की। हम उसके खिलाफ नहीं है। आप सभी राज्य सरकारों को मदद कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि लेकिन उन्होंने वाममोर्चा सरकार को धन उधार लेने क्यों दिया। उसकी इजाजत के बगैर वह ऐसा नहीं कर पाती। यह भी उसकी गलती है। यह सवाल करते हुए कि क्यों केंद्र ने पिछली वाममोर्चा सरकार पर वित्तीय जिम्मेदारी डाली और उसे बजट प्रबंधन :एफआरबीएम: लागू करने के लिए बाध्य किया। उन्होंने कहा कि हम हर साल 21000 करोड़ रूपए ब्याज का भुगतान कर रहे हैं जबकि हमारी आय 22000 करोड़ रूपए है।’’ पश्चिम बंगाल पर दो लाख करोड़ रूपए का ऋण है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 16, 2012, 00:44