Last Updated: Friday, December 7, 2012, 14:58
नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल और कई अन्य लोगों को दक्षिणी दिल्ली के एक इलाके में मकानों को गिराने का विरोध करने के दौरान आज सुबह मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के आवास के बाहर हिरासत में ले लिया गया।
मुख्यमंत्री के मोतीलाल नेहरू मार्ग स्थित आवास के पास सौ से अधिक लोग ओखला के पास शाहीनबाग में मकानों को तोड़ने के विरोध में सुबह सात बजे एकत्रित हुए जबकि इसके एक घंटे बाद केजरीवाल वहां पहुंचे। इन लोगों ने मुख्यमंत्री से मिलने देने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के आवास के बाहर अपना प्रदर्शन जारी रखा। प्रदर्शनकारियों ने जगह छोड़ने से इंकार कर दिया जिसके बाद पुलिस को दोपहर करीब 12.30 बजे उन्हें हिरासत में लेना पड़ा।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि केजरीवाल और ‘आप’ के नेता मनीष सिसोदिया तथा कुमार विश्वास सहित कई अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया। किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। पुलिस ने जनपथ मार्ग की ओर एक तरफ अवरोधक लगाए। इसी मार्ग से शीला दीक्षित के आवास के लिए प्रवेश होता है। प्रदर्शनकारियों ने सरकार की कार्रवाई के खिलाफ नारेबाजी की।
केजरीवाल ने कहा, ‘जिस जमीन पर ये लोग रह रहे हैं वह इन्हीं की जमीन है, इनके पास इसके दस्तावेज हैं। लेकिन यह अनधिकृत है क्योंकि आपको नक्शा सरकार द्वारा पास कराना होता है।’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन 4 अक्तूबर 2010 को सोनिया गांधी ने घोषणा की थी कि 1600 कालोनियों को नियमित किया जाएगा, यह कालोनी भी उसमें शामिल थी। इसके बावजूद 500 घरों को ढहा दिया गया।’
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि हालांकि इन घरों के आसपास कई शो-रूम हैं। इनमें से किसी भी शो-रूम को नहीं गिराया गया। उन्होंने कहा, ‘हम मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांग रहे थे जो नहीं दिया गया। हम यहां सरकार से भिड़ने नहीं बल्कि केवल धरने पर बैठने आए हैं।’ केजरीवाल ने आरोप लगाया कि ऐसा लगता है कि ‘कुछ बिल्डरों’ को जमीन देने के लिए यह बड़े भूमि घोटाले का हिस्सा है। (एजेंसी)
First Published: Friday, December 7, 2012, 14:58