Last Updated: Thursday, June 20, 2013, 17:01

देहरादून: विनाशकारी बाढ़ में उत्तराखंड स्थित प्राचीन केदारनाथ मंदिर तो बच गया है लेकिन इसके आसपास सबकुछ नष्ट हो गया है। मंदिर समिति से जुड़े एक अधिकारी ने यह बात गुरुवार को कही। अधिकारी ने कहा कि इसे चमत्कार ही कहिए कि मंदिर में मौजूद नंदी की मूर्ति और अन्य मूर्तियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। वास्तव में बाढ़ के दौरान इस मंदिर में मौजूद लोग भी बच गए हैं।
उनका कहना है कि पिछले सप्ताहांत में बादल फटने और बाढ़ से मरने वालों की संख्या सरकार द्वारा जारी 150 के आंकड़े से कई अधिक हो सकती है। अधिकारी ने कहा कि मंदिर के चारों तरफ हुआ विध्वंस भयानक था। उन्होंने स्वीकार किया कि मंदिर को भी कुछ क्षति पहुंची है। अधिकारियों ने बताया कि मंदिर की तरफ आने या फिर जाने वाले कई तीर्थयात्रियों का कोई पता नहीं है।
उन्होंने कहा कि मंदिर से लगभग सात किलोमीटर दूर स्थित राम बाड़ा नष्ट हो गया है। गौरीकुंड के साथ भी यही स्थिति है। उन्होंने कहा कि रामबाड़ा के पास बादल फटने के दौरान वहां 5,000 लोग मौजूद थे।
अधिकारी ने कहा कि केदारनाथ मंदिर के आसपास की दुकानें और घर या तो पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं या उन्हें भारी क्षति पहुंची है। अधिकारियों के मुताबिक, 1000-2000 तीर्थयात्रियों को मंदिर इलाके से बुधवार को बचाया गया है। उन्होंने कहा कि राहत कार्य अभी भी जारी है। इस बीच, बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने लोगों से दान के लिए अपील की है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, June 20, 2013, 17:01