Last Updated: Thursday, July 11, 2013, 16:04
लखनऊ : नागरिक प्रशासन और एनडीआरएफ (नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) की मांग पर सूर्या कमान की टीमें बाढ से तबाह हो चुके केदारनाथ धाम के लिए एक नये रास्ते का निर्माण कर रही हैं।
सेना के मध्य कमान द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि लगातार वष्रा के कारण केदारनाथ धाम में हेलीकाप्टर उतारने में आ रही परेशानी और आगे भी भारी वष्रा की आशंका के मद्देनजर प्रशासन एवं एनडीआरएफ ने केदारनाथ के लिए नये मार्ग की जरुरत पर बल दिया था, जिसके अनुसार सूर्या कमान की टीम ने काम शुरू हुई थी।
विज्ञप्ति में बताया गया है कि 21 विशेषज्ञों और अधिकारियों की पहली टीम कल वासुकि नदी पर सोनप्रयाग में एक क्रासिंग का निर्माण करके 13000 फुट की उंचाई पर गोमकारा पहुंच गयी है और रात उसने वहीं डेरा डाला। दूसरी टीम मार्ग निर्माण में जरुरी साजो सामान के साथ आज सोनप्रयाग से वासुकि नदी पार करके पहली टीम के रास्ते पर आगे बढ रही है।
विज्ञप्ति के अनुसार, सूर्या कमान की दो टीमें सोनप्रयाग से गोमकारा-देव विष्णु-धुंगराज गिरि से केदारनाथ तक लगभग 13000 फुट की उंचाई पर एक नये जमीनी रास्ते के निर्माण मे लगी है। लगभग 20 किलोमीटर लम्बा होगा, जिसके जरिये केदारनाथ धाम से निरंतर सम्पर्क बना रहेगा। (एजेंसी)
First Published: Thursday, July 11, 2013, 16:04