Last Updated: Wednesday, February 20, 2013, 10:52

तिरुवनंतपुरम: केरल में हड़ताल का खासा असर दिख रहा है जबकि पश्चिम बंगाल में मामूली असर दिख रहा है। मजदूर संगठनों द्वारा बुलाई 48 घंटे की हड़ताल से आज केरल में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और बैंकों, परिवहन समेत अनेक क्षेत्रों के कर्मचारियों ने संप्रग सरकार की आर्थिक और श्रमिक नीतियों के विरोध में काम नहीं किया।
शुरूआती खबरों के अनुसार सड़कों से बस और टैक्सी नदारद थे और दुकानें तथा रेस्तरां बंद रहे। ट्रेन सेवाओं पर हड़ताल का असर दिखाई नहीं दिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार राज्य में सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है और कहीं से किसी तरह की हिंसा की खबर नहीं है। पुलिस ने काम पर जाने वाले और सड़कों पर चलने वाले सार्वजनिक परिवहन के साधनों को सुरक्षा मुहैया कराने की पेशकश की है।
एआईटीयूसी नेता के कनम राजेंद्रन ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाएं, दुग्ध आपूर्ति और मीडिया जैसी आपातकालीन सेवाओं को हड़ताल से अलग रखा गया है। संघों ने अपनी 10 मांगों का घोषणा पत्र सौंपा है।
केंद्रीय श्रमिक संगठनों द्वारा बुलाई गयी दो दिवसीय हड़ताल का आज पश्चिम बंगाल में कम असर दिखाई दिया और राज्य में हालात सामान्य तथा शांतिपूर्ण दिखाई दिये। कोलकाता में दुकानें और बाजार अधिकांश खुले दिखाई दिये।
निजी बसों और टैक्सियों की संख्या कम थी लेकिन राज्य परिहवन की बसें सड़कों पर बड़ी संख्या में चल रहीं थीं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार पूर्वी रेलवे के हासनाबाद और डायमंड सेक्शन में कुछ अड़चनों को छोड़कर हावड़ा तथा सियालदेह मंडलों में ट्रेन सेवाएं सामान्य रहीं।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर विमानों की आवाजाही भी सामान्य रही। कोलकाता पुलिस आयुक्त सुरजीत करपुरकायस्थ ने सुबह सड़कों पर सुरक्षा का जायजा लिया और हालात को पूरी तरह सामान्य बताया।
पश्चिम बंगाल सरकार ने कर्मचारियों को चेतावनी दी है कि हड़ताल के दौरान गैरमौजूद नहीं रहें। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनका प्रशासन सुनिश्चित करेगा कि जनजीवन सामान्य रहे और राज्य में किसी तरह का बंद नहीं हो। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 20, 2013, 10:52