Last Updated: Friday, January 6, 2012, 04:03
ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी जोधपुर: भंवरी मामले में जोधपुर की खाक छान रही सीबीआई को शुक्रवार को कुछ अहम सबूत मिले हैं। राजस्थान पुलिस के गोताखोरों को नहर से कट्टे, छुरा, बल्ला और जली हुई हड्डी मिली है। घटना स्थल से हड्डियों से भरी बोरी भी बरामद की गई है। इस बात की पूरी संभावना जताई जा रही है कि हड्डियों के यह अवशेष लापता नर्स भंवरी देवी के ही हैं। इसके अलावा जांच एजेंसी कई अन्य अहम सबूत हाथ लगने का दावा किया गया। जांच एजेंसी के सूत्रों के अनुसार, यह केस अब तकरीबन सुलझ गया है।
बताया जा रहा है कि गोताखोरों ने नहर से भंवरी की चुनरी और खोपड़ी के अवशेष के साथ बैट व दो कट्टे निकाले हैं। आशंका जताई जा रही है कि भंवरी के शव को जलाने के बाद बरामद बैट से खोपड़ी के टुकड़े किए गए थे। सीएफएसएल के वैज्ञानिकों ने सभी सुबूतों की सीलबंद कर दिया है।
उधर, राजस्थान की लापता नर्स भंवरी देवी मामले की जांच के लिए केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) की एक टीम ने जोधपुर में एक स्थान से एकत्र की गई राख डीएनए जांच के लिए शुक्रवार को दिल्ली भेजा, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं यह भंवरी देवी के अवशेष तो नहीं। बताया जाता है कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और सीएफएसएल की टीम ने जोधपुर के जलोदा गांव से कुछ राख व हड्डियां एकत्र की, जहां बिशनराम बिश्नोई के आपराधिक गिरोह के सदस्यों ने बीते साल एक सितंबर को भंवरी देवी का शव कथित तौर पर जला दिया।
पुलिस के गोताखोरों ने नर्स भंवरी देवी के शरीर के अवशेष तलाशने के अभियान के तहत राजीव गांधी नहर में से एक बैग बरामद किया । इस बैग में से दो देशी पिस्तौल और लकड़ी का एक बैट बरामद हुआ ।
सीबीआई इस नहर में से भंवरी देवी के शरीर के अवशेष बरामद कर सके, इसलिए इसमें पानी की आपूर्ति रोक दी गई थी । भंवरी की घड़ी की तलाश के लिए फिलहाल ऑपरेशन वॉच चलाया जा रहा है । यह घड़ी पिछले साल सितंबर से लापता है । सीबीआई ने नहर के पास के कई स्थानों से जांच के लिए मिट्टी के नमूने भी लिए ।
सीबीआई के एक आला अधिकारी ने बताया, ‘हम भंवरी देवी की घड़ी की तलाश के लिए नजदीकी नहर का पानी निकाल रहे हैं । एक आरोपी ने दावा किया था कि उसने भंवरी के शरीर के अवशेषों के साथ उस घड़ी को भी वहीं डाला था ।’ सीबीआई ने राजस्थान सरकार से आग्रह किया था कि वह नहर में पानी की आपूर्ति रुकवा दे, जिसके बाद प्रदेश सरकार ने शुक्रवार सुबह पानी रुकवा दिया ।
सीबीआई के निदेशक ए पी सिंह और अतिरिक्त निदेशक सलीम अली ने गुरुवार को फॉरेंसिक विशेषज्ञों के साथ उस स्थान का भी दौरा किया था, जहां अपहरण के बाद कथित तौर पर नर्स भंवरी को जलाया गया था ।
कथित तौर पर आरोपियों बिशनराम और कैलाश जाखड़ ने भंवरी देवी के शरीर के अवशेष जालोदा गांव की नहर में बहाए थे । सीबीआई इन दोनों आरोपियों को घटनास्थल पर ले गई, जहां उसने पूरी घटना को नाटकीय तौर पर पेश कराया ।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सीएसएफएल का एक दल सीबीआई के साथ जाकर सबूत एकत्रित कर रहा है । दल इस बात की भी जांच कर रहा है कि क्या शुक्रवार को मिली चीजों का इस मामले से कोई संबंध है ।
दूसरी ओर जोधपुर की एक स्थानीय अदालत ने शुक्रवार को आरोपी महिपाल मदेरणा और पारसराम की न्यायिक हिरासत 20 जनवरी तक के लिए बढ़ा दी ।
First Published: Saturday, January 7, 2012, 10:03