`कोलगेट` मामले की जांच होनी चाहिए: अनिल देसाई

`कोलगेट`की जांच होनी चाहिए: अनिल देसाई

ज़ी न्यूज ब्यूरो

मुंबई: शिवसेना कोटे से राज्यसभा सांसद अनिल देसाई से ज़ी न्यूज़ संवाददाता एहसान अब्बास ने बातचीत की जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार को मौजूदा भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार ठहराया। पेश है बातचीत के अंश।

सवाल- सीएजी कि रिपोर्ट सामने आई लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, क्या कहेंगे?

जवाब- संसद में सरकार के पास कोई जवाब नहीं है, सफाई देने के लिए कुछ नहीं है। बाकी पार्टियों ने भी अपनी आवाज उठाई है। चीजों को लोगों के सामने लाना चाहिए। पीएम रिफॉर्म की बात करते हैं। कहते हैं कि बाहर का पैसा आना जरुरी है। `कोलगेट` की पूंजी अगर आप जोडेंगे तो मंहगाई और सब्सिडी काटने का उत्तर खुद-ब-खुद मिल जाएगा कि आखिर मंहगाई कैसे बढ़ी आम आदनी को राहत मिल सकती थी।

सवाल- सरकार के काफी नेताओं ने जीरो लॉस की गणित बताई यह बात कितनी सही है?

जवाब- सिब्बल और चिदंबरम ने कहा इस चीज के आकलन की भी तो कोई गणित होगी। सिर्फ प्रवक्ता औऱ कांग्रेस के कुछ नेताओं के कहने से बात खत्म नहीं होती। सीएजी ने भी तो कुछ तथ्य ढूंढे तभी तो ये बात बोली। सालों से सीएजी वॉचडॉग की तरह काम कर रही है। इसको चैलेंज करना आंखों में धूल झोंकने के बराबर है।

सवाल- कई केस तो दर्ज किए गए हैं लेकिन कोई ठोस कार्रवाई तो हुई नहीं है अभी तक?

जवाब- सभी दल मांग रखेंगे औऱ कार्रवाई के लिए पहले भी मांग रखते आए हैं। इस सत्र में ध्यान रखेंगे कि कोई दूसरे विषय पर न भटकें और अपनी कार्रवाई की मांग जारी रखें। आम आदमी का जीना हराम हो गया है। देश को दुनिया भर में देखा जा रहा है। पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। अगर सरकार कह रही है कि इतना नुकसान नहीं हुआ है तो सच्चाई सामने लाओ। दिक्कत कहां है।

सवाल-सरकार के कई मंत्रियों का नाम भी सामने आ रहा है, क्या कहेंगे?

जवाब-चाहो कोई भी हो जांच सब के लिए एक समान होनी चाहिए, भले ही वो कांग्रेस के मंत्री ही क्यों न हों अगर गलत है तो जुर्माना देना होगा। भुगतना तो होगा ही।

सवाल- अन्ना की मांग है कि सुप्रीम कोर्ट के जज पूरे मामले की जांच करें?

जवाब- अगर अन्ना को लगता है कि जज जांच करें। चाहे वो सुप्रीम कोर्ट का हो या फिर हाईकोर्ट का हो तो ठीक है। एजेंसी के पास जाना चाहिए औऱ एजेंसियां अपना काम भी कर रही हैं अगर आप कोयल में काले हैं तो कालिख तो लगेगी ही फिर आप भी बच नहीं सकते।


सवाल- अन्ना का कहना है कि सभी पार्टीयां मिली हुई हैं?
जवाब- विपक्ष ने पूरी जिम्मेदारी निभाई है। अपने आप में विपक्ष भूमिका निभा भी रहा है।

सवाल-जस्टिस हेगडे का कहना है कि सभी आवंट्टन रद्द हों औऱ एसआईटी की मांग कर रहे हैं?
जवाब-जनता चाहती है कि सच सामने आए, सरकार को आवंटन रद्द तो करना ही होगा लेकिन सरकार को साथ ही साथ जवाब भी देना होगा कि अगर गलत किया तो क्यों किया औऱ गलत कहां हुआ।

सवाल-शिवशेना मानती है कि आम जनता के मुद्दों से नेताओं को अब कोई मतलब नहीं हैं ?

जवाब-शिवसेना ने हमेशा से ही आम आदमी के लिए काम किया है। बाला साहेब ने भी पूरा जीवन इसी में दिया है। अन्याय सहन नही करना चाहिए। औऱ अन्याय सहन करना तो और गलत काम है। किसी से भी लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए।

सवाल- जस्टिस हेगडे का कहना कि इस डेमोक्रेसी में लीडर गलत फायदा उठा रहे हैं।
जवाब- अगर सत्ताधारी पार्टी की ये यही सोच है तो ये गलत है ये रवैया कभी नहीं होना चाहए। विपक्ष को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। इट इज फार द पीपुल, बाई द पीपुल, भारत की डेमोक्रेसी बहुत सश्क्त है।

First Published: Wednesday, October 24, 2012, 19:49

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