Last Updated: Friday, August 23, 2013, 14:57

चंडीगढ़ : हरियाणा के भिवानी जिले में 12 गांवों की खाप पंचायत ने विवाह के खर्चे को कम करने के मकसद से इस अवसर पर भोज देने पर प्रतिबंध लगा दिया है। भिवानी जिले में झोजू-दादरी सड़क पर स्थित कदमा गांव में बुधवार को हुई एक बैठक में खाप पंचायत ने यह फैसला किया।
पंचायत की अध्यक्षता कर रहे गांव के पूर्व प्रमुख रणधीर सिंह ने वृद्धजनों की मौत के बाद गांव में मीठाइयां और दूसरे भोज्य पदार्थ बांटने के समारोह ‘काज’ को भी अनुचित करार देते हुए इसके आयोजन पर भी रोक लगा दिया है। हरियाणा में ज्यादातर लोग अपने वृद्ध रिश्तेदारों की स्वाभाविक मौत होने पर ‘काज’ नामक एक अनुष्ठान करते हैं।
पंचायत ने कहा कि विवाह समारोहों में अगर लड़की के रिश्तेदारों के अलावा दूसरे ग्रामीण भोजन नहीं करें, तो इससे लड़की के परिवार की काफी मदद हो जाएगी। रणधीर ने इस फरमान का समर्थन करते हुए कहा, यह प्रतिबंध न सिर्फ शादी के खचरें में कमी लाएगा, बल्कि इससे विवाह समारोह में लोगों के हुजूम पर भी अंकुश लगेगा।
पंचायत ने कहा कि ग्रामीण विवाह समारोह में शामिल होंगे और लड़की के परिवार की मदद भी करेंगे, लेकिन खाना नहीं खाएंगे। कदमा गांव के सरपंच बलवान सिंह ने कहा कि विवाह समारोह में खाना खाने पर रोक लगने से लड़की के परिवार को अब खाने की चिंता नहीं करनी होगी और वह विवाह के दूसरे कार्यों पर ध्यान दे सकेंगे। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 23, 2013, 14:57