Last Updated: Friday, November 16, 2012, 23:07
गाजियाबाद : सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में शुक्रवार को गवाही के दौरान सेंट्रल फोरेंसिक साइंटिफिक लैब सीएफएसएल के वरिष्ठ विज्ञानी सुरेश कुमार सिंघला ने कहा कि आरूषि की हत्या के समय उसके कमरे का दरवाजा खुला था और खुखरी तथा तकिए के गिलाफ पर मिला खून एक ही ब्लड ग्रुप का नहीं है।
उन्होंने कहा लैब में जांच के लिए भेजी गई खुखरी और तकिए के गिलाफ पर मिले खून का ब्लड ग्रुप एक नहीं है। सुरेश कुमार सिंघला की गवाही के बाद कोर्ट ने सुनवाई के लिए 20 नवंबर की तारीख लगाई। सीबीआई के स्पेशल जज एस लाल की कोर्ट में सीबीआई ने गवाही के लिए सुरेश कुमार सिंघल को पेश किया । सुरेश ने कोर्ट को बताया कि उन्होंने खुखरी और तकिये के कवर पर लगे खून के नमूनों का परीक्षण किया था, उनका ब्लड ग्रुप समान नहीं था।
उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने सीएफएसएल के विज्ञानियों की टीम के साथ मकान नंबर - एस 32 सेक्टर 25 जलवायु विहार का निरीक्षण किया तो पाया कि आरूषि के कमरे का दरवाजा अंदर की तरफ खुलता है, लेकिन दरवाजे पर बाहर की तरफ से और कमरे के अंदर दायी तरफ की दीवार पर खून के धब्बे थे। इससे यह निष्कर्ष निकाला गया कि आरूषि की हत्या के समय कमरे का दरवाजा खुला हुआ था। गवाही के बाद सीबीआई कोर्ट ने सुनवाई के लिए 20 नवंबर की तारीख लगाई। (एजेंसी)
First Published: Friday, November 16, 2012, 23:07