Last Updated: Thursday, September 15, 2011, 13:22
ज़ी न्यूज़ ब्यूरो लखनऊ : भाजपा आलाकमान
को कहीं न कहीं यह लगने लगा है कि कल्याण सिंह के बिना उत्तर प्रदेश में सत्त या सत्ता के नजदीक पहुंचना मुश्किल होगा. खबर है कि पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को भाजपा में शामिल कराने के लिए उनके पास नितिन गडकरी का प्रस्ताव लेकर तीन लोग आये थे, लेकिन उन्होंने पार्टी में शामिल होने से साफ मना कर दिया. खुद कल्याण सिंह ने भी इसकी पुष्टि की है.
कल्याण सिंह ने कहा कि उनके पास हाल ही में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही, चुनाव प्रबंधन के प्रभारी और गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी का प्रस्ताव लेकर आये थे, लेकिन उन्होंने उनके प्रस्ताव को ठुकरा दिया. उन्होंने दोहराया कि वह भाजपा में नहीं आयेंगे.
भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी की प्रस्तावित रथयात्रा पर टिप्पणी करते हुए कल्याण ने कहा कि इससे जनता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि जनता का इनसे विश्वास उठ गया है. उन्होंने कटाक्ष किया कि भाजपा नेता राजनाथ सिंह और कलराज मिश्र भी यात्रा पर निकलने वाले हैं. इनकी यात्राएं जनता को मनोरंजन करायेंगी क्योंकि भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा बेनकाब हो गया है.
उन्होंने कहा कि भाजपा को हराने के लिए उसके नेता राजनाथ सिंह ही काफी हैं. उनके रहते भाजपा को किसी दुश्मन की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि उनकी जनक्रांति पार्टी (राष्ट्रवादी) अपने बलबूते उत्तर प्रदेश विधानसभा की सभी 403 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
First Published: Thursday, September 15, 2011, 18:52