Last Updated: Tuesday, August 14, 2012, 08:38

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली: पूर्व एयर होस्टेस गीतिका शर्मा खुदकुशी मामले में फरार चल रहे हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा की अग्रिम जमानत पर दिल्ली हाई कोर्ट आज सुनवाई करेगी। सेशन कोर्ट से जमानत रद्द होने के बाद कांडा ने यह याचिका कल दिल्ली हाईकोर्ट में दायर की थी। गीतिका शर्मा की खुदकुशी को नौ दिन बीत चुके हैं लेकिन मुख्य आरोपी गोपाल कांडा अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
हरियाणा के इस पूर्व गृहराज्यमंत्री के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया जा चुका है। पूरे देश की पुलिस के साथ-साथ इंटरपोल तक कांडा की तलाश में है लेकिन पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं। कांडा को भगोड़ा घोषित किया गया था जिसके बाद देशभर में उसकी तलाश के लिए दिल्ली पुलिस ने टीमें भेजी।
नौ अगस्त को एक सत्र अदालत ने कांडा की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। अदालत ने कहा था कि उनके खिलाफ गम्भीर आरोप हैं और उन्हें जमानत नहीं दी जा सकती। कांडा ने अपने आवेदन में कहा है कि भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 10 के तहत सुसाइड नोट को सबूत के तौर पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। आवेदन में कहा गया है कि उनका इरादा मामले की सुनवाई में देरी करने का नहीं है। वह सम्मानित व्यक्ति हैं और गुड़गांव में उनकी अच्छी खासी संपत्ति है। इसलिए याचिकाकर्ता के फरार होने या मामले की सुनवाई में देरी करने का सवाल ही नहीं है। गीतिका के सुसाइड नोट और उसके परिजनों की शिकायत के आधार पर कांडा के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने तथा धमकी देने का मामला दर्ज किया गया है। वह पूछताछ के लिए अभी दिल्ली पुलिस के सामने उपस्थित नहीं हुए हैं।
कांडा ने एक छोटे व्यवसायी के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी। बाद में वह करोड़ों की सम्पत्ति के डीलर बनए गए। उन्होंने 2007 में एमडीएलआर एयरलाइन शुरू की। 23 वर्षीया गीतिका इस एयरलाइंस में कार्यरत थी, लेकिन उसने बाद में एमडीएलआर की नौकरी छोड़ दी थी। उसने उत्तरी दिल्ली के अशोक विहार इलाके स्थित अपने घर में पांच अगस्त को आत्महत्या कर ली थी। कांडा अक्टूबर 2009 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में सिरसा से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में निर्वाचित हुए और कांग्रेस नेतृत्व वाली मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा सरकार में शामिल हुए।
First Published: Tuesday, August 14, 2012, 08:38