Last Updated: Wednesday, February 8, 2012, 18:18
ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसीअहमदाबाद : गुजरात दंगे की जांच के लिए बनाया गया विशेष जांच दल (एसआईटी) ने बुधवार को अहमदाबाद मजिस्ट्रेट कोर्ट में गुलबर्ग सोसायटी मामले में जांच रिपोर्ट सील बंद लिफाफे में सौंपी। यह रिपोर्ट गुरुवार को खोली जा सकती है। इस मामले की यह अंतिम रिपोर्ट है।
एसआईटी की यह रिपोर्ट गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जाकिया जाफरी की शिकायत पर है।
हालांकि जकिया जाफरी ने मुख्यमंत्री और 62 अन्य खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। जकिया पूर्व कांग्रेसी सांसद अहसन जाफरी की पत्नी हैं। जाफरी भी 2002 में गुलमर्ग सोसायटी में हुए दंगे में मारे गए थे। उस वक्त गुलमर्ग सोसायटी में 69 लोगों की मौत हुई हुई थी। राज्य में 2002 में हुए सांप्रदायिक दंगों में लगभग 1,200 लोग मारे गए थे।
अदालत के सूत्रों ने बताया कि एसआईटी के अधिकारियों ने एक सीलबंद लिफाफे में मजिस्ट्रेटी अदालत को अंतिम रिपोर्ट सौंपी। इसका आदेश उच्चतम न्यायालय की ओर से दिया गया था। एसआईटी का गठन भी न्यायालय ने किया था। अब मजिस्ट्रेट इस रिपोर्ट पर विचार करेंगे। यह रिपोर्ट उस दिन सौंपी गई है, जब गुजरात उच्च न्यायालय ने मोदी सरकार को दंगों के दौरान निष्क्रियता और लापरवाही के लिए फटकार लगाई।
उच्च न्यायालय ने कहा कि उस वक्त राज्य सरकार की निष्क्रियता और लापरवाही के चलते स्थिति अराजक हो गई थी और कई दिनों तक यह स्थिति बरकरार रही थी। जकिया जाफरी दंगों के लिए मोदी को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराती रही हैं।
First Published: Thursday, February 9, 2012, 00:13