Last Updated: Saturday, February 9, 2013, 15:48
श्रीनगर : मीरवाइज उमर फारूक की अगुवाई वाले हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी धड़े ने मोहम्मद अफजल गुरु की मौत पर आज चार दिन के शोक की घोषणा की। संसद पर हमले के दोषी गुरू को आज सुबह दिल्ली के तिहाड जेल में फांसी दे दी गयी।
संगठन के प्रवक्ता शाहिदुल इस्लाम ने कहा, ‘हमने लोगों से गुरु को फांसी दिए जाने पर चार दिन के शोक का आह्वान किया है। शोक अवधि में पूरी तरह बंद रखा जाएगा।’ प्रवक्ता ने बताया कि हुर्रियत ने गुरु के शव भी तुरंत लौटाए जाने की मांग की है ताकि उसे उसके परिजनों की इच्छा तथा इस्लामिक रीति रिवाजों के अनुसार दफनाया जा सके। इस बीच, सैयद अली शाह गिलानी की अगुवाई वाली हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के प्रवक्ता ऐयाज अकबर को आज तड़के पुलिस ने एहतियातन हिरासत में ले लिया।
अकबर के बेटे ने बताया, ‘पुलिस ने सुबह पांच बजे अकबर को गिरफ्तार कर लिया और उसे अज्ञात जगह पर ले गए।’ गिलानी, मीरवाइज तथा जेकेएलएफ नेता मोहम्मद यासीन मलिक समेत सभी वरिष्ठ अलगाववादी नेता इस समय घाटी से बाहर हैं और प्रतिक्रिया के लिए उपलब्ध नहीं हो सके। जमात ए इस्लामी ने अफजल को फांसी दिए जाने की निंदा करते हुए कहा, ‘तिहाड़ जेल में रहस्यमय तरीके से गुरु को फांसी दिया जाना भारत सरकार के अति तानाशाही और अत्याचार की अभिव्यक्ति है।’
जमात के प्रवक्ता जाहिद अली ने कहा, ‘इस कार्रवाई से एक करोड़ से अधिक कश्मीरी लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। अपने नापाक राजनीतिक मकसद को पाने के लिए दिल्ली में सत्ता में बैठी पार्टी ने 1947 के बाद से ही, जब भी इसे सत्ता हाथ से जाती दिखी तो वह इस प्रकार की तिकड़मबाजी वाली अन्यायपूर्ण कार्रवाइयों में लगी रही है।’
उन्होंने आरोप लगाया कि गुरु को फांसी दिये जाने में एक नापाक इरादा यह भी छुपा हुआ है कि इससे कश्मीरी लोगों में डर का एक ऐसा माहौल पैदा किया जाए ताकि वे आत्मनिर्णय के अपने अधिकार की मांग उठाने से बचें। (एजेंसी)
First Published: Saturday, February 9, 2013, 13:48