Last Updated: Monday, July 16, 2012, 00:33

गुवाहाटी : नगर के मुख्य इलाके में 17 वर्षीय एक लड़की से भीड़ द्वारा छेड़छाड़ करने के मामले में तीन और लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि भीड़ को उकसाने के आरोपी टेलीविजन पत्रकार ने आज इस्तीफा दे दिया।
मुख्य आरोपी अमर ज्योति कलीता के बारे में सूचना देने के लिए पुलिस ने एक लाख रुपये इनाम की घोषणा की है जो घटना के बाद पिछले सोमवार से ही फरार है। घटना के छह दिन बाद वीडियो क्लीपिंग से जिन नौ लोगों की पहचान हुई वे अब तक गिरफ्तार नहीं हुए हैं । घटना के बाद पूरे देश में विरोध हुआ था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (गुवाहाटी) अपूर्वा जाबोन बरूआ ने कहा, सोमवार को हुई छेड़छाड़ की घटना में गिरफ्तार कुल लोगों की संख्या सात हो गई है। जिन दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है उनमें दिगंत बसुमातारी और नवज्योति डेका शामिल हैं जबकि घनश्याम मलिक को बिजनी इलाके से गिरफ्तार किया गया और आज गुवाहाटी पुलिस को सौंप दिया गया।
बरूआ ने कहा कि दिसपुर थाने के उपनिरीक्षक सुभान बरूआ को कर्तव्य में लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है। ‘न्यूजलाइव’ के गौरव ज्योति नियोग ने इन आरोपों से इंकार किया है कि उसने भीड़ को उकसाया था।
उन्होंने यहां जारी एक बयान में कहा, मेरे खिलाफ आरोप लगाए गए हैं कि नौ जुलाई की रात जी एस रोड पर लड़की से छेड़छाड़ के लिए उन्होंने उकसाया था। मैं इन आरोपों से पूरी तरह इंकार करता हूं कि ये बकवास और छवि धूमिल करने वाली हैं।
गौरव ने चैनल के प्रबंधन से आग्रह किया कि आरोपों से मुक्त होने तक उन्हें कर्तव्य से मुक्त किया जाए और कहा कि यह उनकी जिम्मेदारी है कि स्वच्छ एवं पारदर्शी जांच हो । चैनल के कार्यकारी निदेशक नीतूमोनी सैकिया ने कहा कि चैनल को विश्वास है कि नियोग छेड़छाड़ उकसाने के मामले में शामिल नहीं थे।
उन्होंने कहा, हम किसी को बचाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं बल्कि हम इस अभियान को जारी रखे हुए हैं कि छेड़छाड़ करने वाले गिरफ्तार हों। उन्होंने कहा कि चैनल ने घटना के वीडियो दिखाने का निर्णय किया ताकि बदमाशों का क्रूर चेहरा दिखाया जा सके और पुलिस को उन्हें पहचानने और दंडित करने में सहयोग मिल सके और इसमें वे सफल रहे हैं।
पुलिस एक स्थानीय दैनिक के संपादक के आरोपों की भी जांच कर रही है जिन्होंने दावा किया था कि वह उस घटना के गवाह थे जिसमें करीब 40 लोगों की भीड़ ने उस रात लड़की से सामूहिक बलात्कार की कोशिश की थी।
इस मामले में विभिन्न संगठनों और गैर सरकारी संगठनों के बैनर तले सिटीजंस ऑफ गुवाहाटी ने बारिश के बावजूद विरोध किया और असम सरकार, पुलिस और मीडिया के खिलाफ प्रदर्शन किया। (एजेंसी)
First Published: Monday, July 16, 2012, 00:33