Last Updated: Wednesday, December 19, 2012, 15:48
नई दिल्ली : दिल्ली में हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना के खिलाफ बुधवार को मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे नाराज छात्रों को वहां से हटाने के लिए पुलिस ने उन पर पानी की बौछार की। प्रदर्शनकारियों ने वहां से हटने से इनकार कर दिया था और उनका प्रदर्शन हंगामेदार होता जा रहा था, तब पुलिस ने उन पर पानी की बौछार की। अन्य को जबरदस्ती पीछे हटा दिया गया।
प्रदर्शनकारियों में कई छात्र भी शामिल थे। वे रविवार की सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर नाराज थे। दिल्ली पुलिस के मुख्यालय के बाहर एक और प्रदर्शन हुआ था। वैसे वहां महिलाओं के एक समूह की पुलिस आयुक्त नीरज कुमार से मुलाकात के बाद प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त हो गया।
बाद में राज्यसभा सदस्य जया बच्चन ने मीडिया से कहा कि हमें आश्वासन दिया गया है कि इस मामले से सख्ती से निपटा जाएगा। करीब 150 महिलाओं ने पुलिस मुख्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया। महिलाओं ने सड़कों पर पुलिस की मौजूदगी बढ़ाने और बलात्कारियों से निपटने के लिए त्वरित न्यायालयों में मामलों की सुनवाई की मांग की।
प्रदर्शनकारी महिलाएं 20 से ज्यादा महिला समूहों से सम्बद्ध थीं। उनके प्रदर्शन से यहां हमेशा व्यस्त रहने वाली सड़क पर यातायात अवरुद्ध हो गया। ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक वीमंस एसोसिएशन (एडवा) की सुधा सुंदर रमन ने कहा कि हम चाहते हैं कि दिल्ली पुलिस एक प्रक्रिया निर्धारित करे और दिशा-निर्देश तय करे क्योंकि दुष्कर्म के मामले में यहां अपराध-सिद्धि की दर बहुत कम है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही दुष्कर्म के मामलों के निपटारे के लिए त्वरित न्यायालय गठित किए जाने की आवश्यकता है। इस तरह के मामलों की जांच होनी चाहिए और छह महीने के अंदर फैसला सुना दिया जाना चाहिए।
कुछ महिलाओं ने पुलिस गश्त बढ़ाने, खासकर रात के समय ऐसा किए जाने की मांग की। रविवार को 23 वर्षीया युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसे सड़क पर फेंक दिया गया था। पीड़िता सफदरजंग अस्पताल में जिंदगी की लड़ाई लड़ रही है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 19, 2012, 15:48