Last Updated: Tuesday, March 6, 2012, 03:35
पणजी : गोवा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) गठबंधन को सरकार बनाने के लिए बहुमत मिल गया है। राज्य की 40 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा-एमजीपी गठबंधन को 24 सीटें मिली हैं। वहीं, सत्तारूढ़ कांग्रेस तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। कांग्रेस के खाते में केवल नौ सीटें गईं, जबकि राकांपा अपना खाता खोलने में भी नाकाम रही।
गोवा में अंतिम परिणाम के अनुसार, कुल 40 सीटों में से भाजपा को 21 सीटों पर जीत मिली है, वहीं एमजीपी को तीन, कांग्रेस को 9, गोवा विकास पार्टी को 2 सीटों तथा अन्य को 5 सीटों पर जीत मिली है। भाजपा को साल 2007 के विधान सभा चुनाव में 14 सीटें मिली थीं जबकि एमजीपी को दो सीटें मिली थीं।
भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार मनोहर पर्रिकर ने कहा कि हमने एक एजेंडा बनाया है, जिसे निर्धारित समय में पूरा किया जाएगा और जिसका वादा हमने चुनाव घोषणा-पत्र में किया था। हम इसे क्रियान्वित करने जा रहे हैं। जैसे कि वादा किया गया था, बजट के तुरंत बाद गोवा में पेट्रोल 55 रुपये प्रति लीटर की दर से बेचा जाएगा। गोवा के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष लक्ष्मीकांत पारसेनकर ने मंदरेम विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि भाजपा निश्चित तौर पर राज्य में सरकार बनाएगी। यह लोगों की इच्छा है, जो राकांपा-कांग्रेस गठबंधन सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार से आजिज आ चुके हैं। यह गठबंधन हर मोर्चे पर विफल रहा।
कांग्रेस से हारने वाले प्रमुख उम्मीदवारों में राज्य के गृह मंत्री रवि नाइक (पोंडा) और लोक निर्माण विभाग के मंत्री चर्चिल अलमाओ (नावेलिम) शामिल हैं। दोनों राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हैं। कांग्रेस के पराजित होने वाले अन्य उम्मीदवारों में राज्य के विद्युत मंत्री अलेक्जियो सेक्विरा (नुवेम), शहरी विकास मंत्री जोआक्विम अलमाओ (कुनकोलिम), वन मंत्री फिलीप नेरी (वेलिम) और बाबू अजगांवकर (परनेम) भी शामिल हैं।
राकांपा से दो मंत्री जोस फिलीप डीसुजा (वास्को) और नीलकंठ हलनरकर (थिविम) को भी हार का सामना करना पड़ा। खनन करोबारी अनिल सालगांवकर के बेटे निर्दलीय प्रत्याशी अर्जुन (संवोरदेम) और तृणमूल प्रत्याशी समीर (मंदरेम) को भाजपा के उम्मीदवारों से हार का सामना करना पड़ा। गोवा विधानसभा चुनाव में पहली बार शिरकत करने वाली तृणमूल कांग्रेस भी अपना खाता खोलने में विफल रही।
कांग्रेस को पिछली दफा 16 सीटें मिली थीं लेकिन इस बार पार्टी सिर्फ नौ सीटें जीतने में कामयाब रही। इसके कई दिग्गजों को हार का मुंह देखना पड़ा जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष शिरोडकर भी शामिल हैं। चुनाव में किस्मत आजमाने वाले प्रभावशाली अलेमाओ परिवार के चारों सदस्यों को मुंह की खानी पड़ी। इनमें चर्चिल, जोकिम, वलंका और यूरी शामिल हैं। इन्हें कांग्रेस-राकांपा गठबंधन ने टिकट दिया था। चर्चिल अलेमाओ, जोकिम अलेमाओ, मनोहर असगांवकर, नीलकांत हलर्नकर, जोस फिलिप डिसूजा, फिलिप नेरी रॉड्रिग्ज, एलिक्सो सिक्वियेरा और रवि नाइक जैसे मंत्रियों को भी हार का सामना करना पड़ा।
इन नतीजों से कांग्रेस को गोवा में करारा झटका लगा है। अब तक मिले नतीजों के मुताबिक, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष शिरोडकर और मंत्री जोकिम अलेमाओ सहित कई कद्दावर नेता भाजपा के नए चेहरों के हाथों पराजित हुए हैं। कंकोलिम विधान सभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार जोकिम अलेमाओ को भाजपा उम्मीदवार सुभाष नाइक ने परास्त किया जबकि दयानंद नार्वेकर को भाजपा के ग्लेन टिक्लो ने एल्डोना सीट पर हराया।
कैलनग्यूट सीट पर भाजपा उम्मीदवार माइकल लोबो ने कांग्रेस के एग्नेलो फर्नांडीज को मात दी। गोवा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष शिरोडकर को भी शिरोडा सीट पर भाजपा उम्मीदवार महादेव नाइक के हाथों हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस के गठबंधन सहयोगी राकांपा को भी हार का सामना करना पड़ा है। उसके उम्मीदवार और मौजूदा विधायक नीलकांत हलर्नकर को एमजीपी उम्मीदवार किरण कंडोलकर के हाथों तिविम सीट पर पराजय झेलनी पड़ी। इस बीच, पूर्व पर्यटन मंत्री और गोवा विकास पार्टी के उम्मीदवार फ्रांसिस्को पचेको ने नुवेम में कांग्रेस उम्मीदवार एलेक्सियो सिक्वियेरा को मात दी।
पचेको ने 2007 के विधान सभा चुनाव में राकांपा के टिकट पर बेनौलिम सीट से चुनाव लड़ा था। फतोरदा विधान सभा सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार विजय सरदेसाई ने भाजपा उम्मीदवार को पराजित किया। बिजोलिम सीट पर नरेश सावल ने कांग्रेस उम्मीदवार को मात दी।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 7, 2012, 10:52