Last Updated: Thursday, July 12, 2012, 14:24

बेंगलूरु: कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता जगदीश शेट्टार ने गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल हंसराज भारद्वाज ने राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। पिछले चार साल में वह राज्य में भाजपा के तीसरे मुख्यमंत्री हैं। वहीं, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केएस ईश्वरप्पा और आर अशोक ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
शेट्टार ने पूर्व मुख्यमंत्री डी. वी. सदानंद गौड़ा का स्थान लिया है। गौड़ा को राज्य में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा के खेमे द्वारा बनाए गए दबाव के कारण पद से इस्तीफा देना पड़ा। येदियुरप्पा को पार्टी ने खनन मामले में रिश्वत के आरोप में पिछले साल जुलाई में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए बाध्य किया था।
कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से घनिष्ठ सम्बंध हैं। शेट्टार बेंगलुरू से 400 किलोमीटर उत्तर में धारवाड़ जिले के हुबली ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रह चुके हैं।
कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा के दबाव के आगे झुकते हुए भाजपा आलकमान की ओर से लिए फैसले मुताबिक डीवी सदानंद गौड़ ने मुख्यमंत्री की कुर्सी को बुधवार को अलविदा कह दिया। येदियुरप्पा की माफिक 56 साल के शेट्टार भी लिंगायत समुदाय के नेता हैं। चार साल पहले पहली बार कर्नाटक की सत्ता में आई भाजपा की ओर से शेट्टार तीसरे मुख्यमंत्री बने।
शेट्टार को बुधवार को भाजपा का विधायक दल का नेता चुना गया था। उनके लिए रास्ता साफ करते हुए गौड़ा ने आज राजभवन जाकर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
इस्तीफा देने के लिए गौड़ा अपने आवास से बाहर आए तो समर्थकों ने उन्हें रोकने का पूरा प्रयास किया, लेकिन पार्टी आलाकमान के फरमान पर अमल करते हुए वह सीधे राजभवन की ओर कूच कर गए और इस्तीफा सौंपा। अगले साल मई में कर्नाटक विधानसभा का चुनाव होना है और ऐसे में शेट्टार के पास मुख्यमंत्री के तौर एक साल से भी कम का कार्यकाल होगा। राज्य में इस नेतृत्व परिवर्तन की एक वजह लिंगायत समुदाय के मतों को भाजपा के पक्ष में करना भी है।
कर्नाटक के राज्यपाल ने बुधवार को शेट्टार को औपचारिक तौर पर सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। राजभवन की विज्ञप्ति में कहा गया कि भारद्वाज ने डीवी सदानंद गौड़ा का मुख्यमंत्री के तौर पर इस्तीफा स्वीकार कर लिया। राज्य भाजपा के सबसे कद्दावर नेता माने जाने वाले येदियुरप्पा की जिद के आगे पार्टी अलाकमान को झुकना पड़ा था और उसने गौड़ा के स्थान पर येदियुरप्पा की पसंद के मुताबिक शेट्टार को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया।
अवैध खनन मामले में नाम आने के बाद येदियुरप्पा को बीते साल भारी दबाव के बीच मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था। गौड़ा ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद कहा कि मैं जगदीश शेट्टार और नए मंत्रिमंडल को शुभकामना देता हूं तथा प्रार्थना करता हूं कि भगवान उन्हें राज्य सरकार से समस्याओं को हल करने की शक्ति दे। (एजेंसी)
First Published: Thursday, July 12, 2012, 14:24