Last Updated: Tuesday, September 25, 2012, 14:54

हैदराबाद : सीबीआई की विशेष अदालत ने कथित भ्रष्टाचार के एक मामले में कडप्पा के सांसद वाई एस जगनमोहन रेड्डी की न्यायिक हिरासत की अवधि आज नौ अक्तूबर तक बढ़ा दी।
जगन के अलावा पूर्व मंत्री एम वेंकटरमन तथा वरिष्ठ नौकरशाहों के के बी रेड्डी तथा एन प्रसाद की रिमांड भी नौ अक्तूबर तक बढ़ा दी गयी।
जगन और अन्य को जेल अधिकारियों ने अदालत के समक्ष पेश किया। जगन अभी चंचलगुड़ा केंद्रीय जेल में बंद हैं। इसके पहले अदालत ने उन लोगों के खिलाफ दाखिल चौथे आरोपपत्र का संज्ञान लिया था।
अदालत ने जगन को अपने परिवार के लोगों से मिलने के लिए 30 मिनट का वक्त दिया। अदालत में सुनवाई के दौरान जगन की मां और वाईएसआर कांग्रेस नेता विजयम्मा तथा पत्नी भारती मौजूद थीं।
इसके पहले आंध्र प्रदेश के सड़क एवं भवना मंत्री धरमना प्रसाद राव, आईएएस अधिकारियों मनमोहन सिंह और एम सैमुअल तथा दो अन्य आरोपियों एन प्रकाश एवं विजय साई रेड्डी अदालत के समक्ष पेश हुए। उन्होंने 25-25 हजार रुपए के निजी मुचलके और इतनी ही रकम की जमानत राशि भी पेश की ।
यह मामला वीएएनपीआईसी परियोजना से जुड़ा हुआ है जिसके प्रवर्तक उद्योगपति एन प्रसाद ने जगन से जुड़ी कंपनियों में कथित तौर पर 854 करोड़ रुपए का निवेश किया। इसके बदले उन्हें तत्कालीन वाई एस राजशेखर रेड्डी की सरकार के कार्यकल में फायदा पहुंचाया गया। वाईएसआर सरकार में 2004.09 तक धरमना राजस्व मंत्री थे। उसी दौरान वीएएनपीआईसी परियोजना की बात हुयी थी।
आरोप लगाया गया है कि राजस्व मंत्री के रूप में धरमना प्रसाद राव ने वीएएनपीआईसी भूमि की बाजार कीमत कम तय करने में अहम भूमिका निभायी थी और एन प्रसाद के साथ मिलकर काम किया था।
मंत्री ने मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है हालांकि अभी तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है।
सैमुअल अभी भूमि प्रशासन के मुख्य आयुक्त है जबकि मनमोहन सिंह पशुपालन विभाग में प्रधान सचिव हैं।
आरोपपत्र में जगन के अलावा उनके वित्तीय सलाहकार वी विजय साई रेड्डी, एन प्रसाद उर्फ मैट्रिक्स प्रसाद, पूर्व मंत्री एम वी राव आदि के भी नाम लिए गए हैं। आरोपपत्र में वीएएनपीआईसी प्रोजेक्ट के अलावा जगती पब्लिकेशंस, रघुराम सीमेंट कापरेरेशन, भारती सीमेंट कापरेरेशन, कार्मल एशिया होल्डिंग्स और सिलिकान बिल्डर्स प्रा. लि. का भी नाम लिया गया है। (एजेंसी)
सुनवाई के दौरान अदालत में लोग खचाखच भरे हुए थे। वकीलों के एक समूह ने पुलिस की कथित सख्ती को लेकर नारे लगाए। पुलिस ने अति महत्वपूर्ण लोगों की उपस्थिति के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए थे।
First Published: Tuesday, September 25, 2012, 14:54