Last Updated: Saturday, November 19, 2011, 12:28
लखनऊ : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने उत्तर प्रदेश को चार भागों में विभाजित करने के लिए 21 नवम्बर को शुरू हो रहे विधान मंडल के शीतकालीन सत्र में प्रस्ताव लाने के बारे में मायावती सरकार के फैसले को जनता को मूर्ख बनाने वाला कदम बताया है।
वर्मा ने यहां संवाददाताओ से बातचीत में कहा कि यह चुनावी स्टंट भी नहीं है। सीधे-सीधे जनता को मूर्ख बनाने की कोशिश है। वर्मा ने सवालों के जवाब में कहा कि यदि मायावती राज्य के पुनर्गठन पर गंभीर थी तो उन्होंने साढ़े चार साल तक इस दिशा में कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया। राज्य के विभाजन एवं पुनर्गठन के लिए जमीनी स्तर पर कहीं कोई गंभीर मांग भी नहीं उठी है।
यह कहते हुए कि कांग्रेस पार्टी छोटे राज्यों के गठन की विरोधी नहीं है, वर्मा ने कहा कि ऐसा गंभीर कदम उठाने के लिए यह समय उपयुक्त नहीं है बल्कि इसके लिए राज्य पुनर्गठन आयोग बनाकर गंभीरता से विचार होना चाहिए। अगले वर्ष होने वाले राज्य विधान सभा चुनाव में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिल पाने की अटकलों को खारिज करते हुए वर्मा ने दावा किया कि कांग्रेस-रालोद गठबंधन को अपने दम पर विधानसभा की 403 में से 200 से अधिक सीटों पर जीत मिलने वाली है जबकि बसपा 100 का आंकड़ा पार नहीं कर पाएगी। उन्होंने दावा किया कि सपा 50 और भाजपा 30 सीटों के भीतर सिमट जाएगी।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, November 19, 2011, 18:01