Last Updated: Friday, March 9, 2012, 13:11
चंडीगढ़ : सरकारी नौकरियों में आरक्षण के लिए आंदोलनरत जाट समुदाय के सदस्यों ने गिरफ्तार नेताओं को रिहा न किए जाने पर शुक्रवार को हिसार जिले के राजमार्गों एवं रेल पटरियों को दोबारा अवरुद्ध कर दिया।
जाट समुदाय के नेतृत्व ने अपने करीब 100 नेताओं को रिहा करने के लिए हरियाणा सरकार को शुक्रवार 12 बजे तक की मोहलत दी थी। आरक्षण की मांग को लेकर हाल ही में हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान एक युवक की मौत और कई लोगों के घायल होने के बाद पुलिस ने करीब 100 नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। प्रदर्शनकारियों ने हिसार को दिल्ली, जींद, भिवानी और चंडीगढ़ से जोड़ने वाले राजमार्गों को पेड़ और पत्थर से बाधित कर दिया है। प्रदर्शनकारियों ने हिसार-दिल्ली रेल मार्ग को भी अवरुद्ध किया है। राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रणजीव दलाल की अपील के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने हिंसक प्रदर्शन में जान गंवाने वाले संदीप के शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया है।
ज्ञात हो कि संदीप का शव हिसार से 25 किलोमीटर दूर मय्यार गांव के समीप रेल की पटरी पर शीशे के ताबूत में रखा गया है। जाट समुदाय अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के सरकारी नौकरियों में आरक्षण की मांग को लेकर पिछले कुछ दिनों से आंदोलन कर रहा है।
इस बीच, हिसार के उपायुक्त अमित अग्रवाल ने कहा है कि प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीच के दरवाजे खुले हैं। जबकि जाट नेताओं का कहना है कि जब तक उनके नेताओं को रिहा नहीं किया जाता तब तक वे कोई बातचीत नहीं करेंगे।
(एजेंसी)
First Published: Friday, March 9, 2012, 18:42