जालंधर: नवजात मौत मामले में नर्स निलंबित

जालंधर: नवजात मौत मामले में नर्स निलंबित


जालंधर : जालंधर में सदर अस्पताल में 200 के लिए जीवन रक्षक उपकरण से एक नवजात बच्ची को हटाये जाने के मामले में शुक्रवार को राज्य सरकार ने अस्पताल की उस नर्स को निलंबित कर दिया जिसने बच्ची के गरीब पिता पर रूपये जमा कराने के लिए दबाब डाला था।

बच्ची की मौत के मामले की उच्चस्तरीय जांच के लिए मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कल निर्देश दिया था। इसके बाद पांच सदस्यीय एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया था। जांच दल की अगुवाई कर रहे स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के निदेशक डा. करनजीत सिंह ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हरजीत कौर ओबेराय नामक नर्स ने नवजात के पिता से पैसे लेने के लिए साथी नर्स पर दबाब बनाया था। इसके बाद उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

उन्होंने यह भी कहा कि जिस समय पैसे जमा कराने की बात हो रही थी उस वक्त हरजीत कौर दूसरे वार्ड में ड्यूटी पर थी। उसने आ कर अपने साथी नर्स संतोष कुमारी से दो सौ रुपये जमा कराने की बात कही थी। उसकी ड्यूटी अस्पताल में दूसरे वार्ड में थी। यह पूछे जाने पर कि बच्ची के पिता संजीव कुमार को कंप्यूटर रूम में पैसे जमा कराने को कहा था इसका मतलब है कि बच्चे पैदा होने के मामले में पैसे जमा करवाये जाने के लिए उसे पहले से निर्देश था इस पर करनजीत ने कहा कि नेशनल रूरल हेल्थ मिशन के तहत किसी डिलीवरी के मामले में पैसे नहीं लिए जाते हैं और जच्चा-बच्चा का इलाज एक निश्चित समय तक मुफ्त होता है। (एजेंसी)

First Published: Friday, July 27, 2012, 20:51

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