जीजेएसी ने किया लोगों से सड़कों पर उतरने का आह्वान

जीजेएसी ने किया लोगों से सड़कों पर उतरने का आह्वान

जीजेएसी ने किया लोगों से सड़कों पर उतरने का आह्वान दार्जिलिंग : गोरखालैंड राज्य गठन की मांग पर जोर डालने के लिए गठित गोरखालैंड ज्वाइंट एक्शन कमेटी (जीजेएसी) ने अपनी रणनीति बदलते हुए रविवार को दार्जिलिंग में लोगों से सड़कों पर उतरने का आह्वान किया। मंगलवार से चार दिनों तक चलने वाले आंदोलन के अलावा जीजेएसी ने आर्थिक नाकेबंदी की धमकी दी है और कहा है कि वह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अन्य नेताओं से अपनी मांग पर विचार के लिए लिखेगा।

जीजेएसी ने गठन के तुरंत बाद 19 अगस्त से पांच दिवसीय `घर भित्र जनता` आंदोलन की घोषणा की थी। संगठन ने इसे सिर्फ एक दिन सोमवार तक के लिए सीमित कर दिया है। इसकी जगह जीजेएसी ने लोगों से 20 से 23 अगस्त तक गोरखालैंड के समर्थन में सड़कों पर उतरने का आह्वान किया है।

जीजेएसी के संयोजक राजू प्रधान ने कहा, "हमने पाया है कि पर्वतीय क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर गोरखालैंड के लिए आवाज बुलंद करना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि अधिकारी उनकी आवाज सुनें। इसलिए हमने `जनता सड़क मा` का आह्वान किया है। यह आंदोलन 20 से 23 अगस्त तक चलेगा।"

गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जेएसी) के प्रमुख बिमल गुरुं ग ने कहा कि यह फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि सरकार हमारी आवाज को दबाने में जुटी है। जनता सड़क मा आंदोलन गोरखालैंड के लिए आवाज बुलंद करने के लिए किया जाएगा।

24 और 25 अगस्त को विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और 26 अगस्त को मानव श्रंखला बनाई जाएगी। प्रधान ने कहा कि 27 और 28 अगस्त को दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र के लोग प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित केंद्रीय नेताओं को आवेदन भेजेंगे।

प्रधान ने कहा कि हम सभी नेताओं को फैक्स से आवेदन भेजेंगे। जीजेएसी ने चाय और लकड़ी की आर्थिक नाकेबंदी की भी घोषणा की है। पर्वतीय क्षेत्र में पर्यटन के अलावा चाय और लकड़ी आय के दो महत्वपूर्ण साधन हैं। इस आंदोलन की तारीख अभी घोषित नहीं की गई है। (एजेंसी)

First Published: Sunday, August 18, 2013, 23:53

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