Last Updated: Wednesday, September 12, 2012, 23:19

कोलकाता : समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव का कहना है, ‘अगर हम प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा कर देंगे तो तीसरे मोर्चे के गठन में मुश्किल होगी। वैसे प्रधानमंत्री कौन नहीं बनना चाहता।` मुलायम ने कहा कि नेता ढूंढना मुश्किल काम नहीं होगा। तीसरे मोर्चे को आकार लेने दीजिए, प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला भी ले लिया जाएगा।’ मुलायम आज कोलकाता में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
इससे पहले सपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए मुलायम ने लगातार दूसरे दिन कांग्रेस पर प्रहार करने का सिलसिला जारी रखते हुए कहा कि पार्टी घोटालों और भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी है और उसकी प्रतिष्ठा दागदार हुई है, जबकि उनकी पार्टी ने कहा कि संप्रग सरकार के घटक दल अगर उससे छिटकने लगेंगे तो सपा को भी उसे समर्थन जारी रखने में दिक्कत होगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी 2014 के चुनाव के बाद केन्द्र में एक बड़ी भूमिका निभाएगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि 2014 में उनकी पार्टी को पर्याप्त सीटें मिलेंगी और सपा के बिना कोई सरकार नहीं बन पाएगी।
उन्होंने कहा, ‘तो देश को बचाने और इसे सही दिशा में ले जाने की जिम्मेदारी कौन लेगा? सपा को यह जिम्मेदारी उठाने के लिए आगे आना होगा।’ मुलायम सिंह ने कल यह कहकर सबको हैरत में डाल दिया था कि उनकी पार्टी विपक्ष में है और उन्होंने संप्रग सरकार को दिशाहीन बताकर उसकी आलोचना की थी। उन्होंने कहा, ‘हालात अब ऐसे मुकाम पर पहुंच गए हैं कि कांग्रेस विवादों और घोटालों में घिरती जा रही है। हर दिन एक नया घोटाला सामने आता है। घोटालों के कारण कांग्रेस की प्रतिष्ठा पूरे देश में गिरी है।’ किसी केन्द्रीय मंत्री का नाम लिए बिना सपा प्रमुख ने कहा, ‘अखबारों में आज खबर छपी है कि पदभार संभालने के पहले ही दिन मंत्रियों ने अपने रिश्तेदारों को कोयला ब्लॉक आवंटित किए।’
केन्द्र की ‘बागडोर संभालने’ में अपनी पार्टी के दायित्व का खुलासा करते हुए मुलायम ने कहा, ‘सपा को लोकसभा चुनाव में पर्याप्त सीटें मिलनी चाहिए, ताकि उसके बगैर कोई सरकार बन ही नहीं पाए।’ बाद में उनकी पार्टी के प्रवक्ता और वरिष्ठ नेता मोहन सिंह ने गैर कांग्रेस, गैर भाजपा तीसरे मोर्चे के गठन के लिए सपा द्वारा की जा रही पहल का जिक्र करते हुए कहा कि जब संप्रग सरकार के अन्य घटक दल इसे छोड़ना शुरू कर देंगे तो सपा भी इससे अपना समर्थन वापस ले लेगी।
कांग्रेस ने सरकार पर मुलायम के इस हमले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वह संप्रग सरकार की तीसरी वर्षगांठ पर मंच पर थे और बड़े गर्व से उसका रिपोर्ट कार्ड दिखा रहे थे। केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि पार्टी को उम्मीद है कि वह अगले 60 वर्ष तक देश पर शासन करेगी, जैसा उसने पिछले 60 साल किया है। मोहन सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘कांग्रेस भ्रष्टाचार और घोटालों में घिरी है, लेकिन इसके बावजूद हम उसे समर्थन दे रहे हैं क्योंकि सांप्रदायिक ताकतें आज मजबूत हालत में हैं और हम देश पर जल्दी चुनाव भी थोपना नहीं चाहते क्योंकि इसपर भारी खर्च आता है।’ पार्टी नेतृत्व द्वारा गैर कांग्रेस, गैर भाजपा तीसरे मोर्चे के मामले पर विचार करने का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा, ‘बीज डाल दिए गए हैं। अब प्रक्रिया जारी रहेगी। हम मजबूत विकल्प बनाने के लिए क्षेत्रीय पार्टियों के साथ सलाह मशविरा करेंगे।’
यह पूछे जाने पर कि सपा केन्द्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन कब वापस लेगी, सिंह ने कहा, ‘जब समर्थन वापस लेने का वक्त आएगा तो मैं आप लोगों को निश्चित रूप से बताऊंगा।’ उन्होंने कहा, ‘जब संप्रग के अन्य घटक दल उसे छोड़ना शुरू करेंगे तो कांग्रेस के लिए सपा का समर्थन लेना मुश्किल होगा।’ सिंह ने कहा कि सपा उत्तर प्रदेश की सीटों पर लोकसभा का चुनाव अकेले लड़ेगी और राज्य में किसी दल के साथ गठजोड़ नहीं करेगी।
सपा मुखिया ने कहा, ‘हमारी पार्टी का ख्याल है कि गैर भाजपा गैर कांग्रेस विकल्प आना चाहिए। अभी इसे अंतिम रूप नहीं दिया गया है, लेकिन हम इसपर काम कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘अभी भाजपा अपेक्षाकृत अच्छी स्थिति में है और क्षेत्रीय दल फिलहाल एकजुट नहीं है।’ यह पूछे जाने पर कि क्या सपा तृणमूल कांग्रेस से बात करेगी, उन्होंने कहा, ‘तृणमूल कांग्रेस एक प्रमुख क्षेत्रीय पार्टी है। जब हम अन्य क्षेत्रीय दलों से बात करते हैं तो उनसे बात करना भी हमारी बाध्यता हो जाती है, लेकिन हम परंपरागत रूप से वाम, कॉमरेड हरकिशन सिंह सुरजीत और ज्योति बसु के नजदीक हैं, जिन्होंने संकट में हमारी मदद की।’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 12, 2012, 22:35