जेएनयू कांड: हैवानियत की शिकार हुई लड़की की हालत नाजुक । JNU shocker: Girl undergoes second surgery, still critical

जेएनयू कांड: हैवानियत की शिकार हुई लड़की की हालत नाजुक

जेएनयू कांड: हैवानियत की शिकार हुई लड़की की हालत नाजुकज़ी मीडिया ब्‍यूरो

नई दिल्‍ली : जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में बुधवार को अपनी दोस्त की हैवानियत की शिकार हुई लड़की की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है। डाक्टरों के मुताबिक पहली सर्जरी के बाद भी लड़की की हालत में सुधार नहीं हुआ, इसलिए दोबारा सर्जरी की गई है। गौर हो कि 23 साल के छात्र (आकाश) ने अपने साथ पढ़ने वाली एक छात्रा (दोस्‍त) पर कक्षा में कुल्हाड़ी से हमला किया, जिससे लड़की बुरी तरह जख्मी हो गई। छात्र ने लड़की पर हमले के बाद जहर खाकर और अपना गला काट कर खुदकुशी कर ली। छात्रा जीवन के लिए संघर्ष कर रही है।

जानकारी के अनुसार, खून का थक्का जमने के बाद पीड़ित लड़की की न्यूरो सर्जरी की गई है। फिलहाल लड़की को वेंटिलेटर पर रखा गया है। हमलावर छात्र की पहचान आकाश के तौर पर हुई, उसने घटना के कुछ ही देर बाद एम्स के ट्रॉमा सेंटर में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया जबकि लड़की की पहचान 22 साल की रोशनी के तौर पर हुई है।

उधर, पुलिस ने लड़के (आकाश) की एक चिट्ठी बरामद की है। पुलिस को मिले इस सुसाइड नोट में आकाश ने हादसे के लिए लड़की को जिम्‍मेदार ठहराया है और रोशनी पर लगाया धोखा देने का आरोप लगाया है।

गौर हो कि प्रेम में असफल होने पर आकाश ने रोशनी की हत्या कर खुद भी मर जाने की साजिश बना ली थी। तभी वह बैग में सुसाइड नोट, सल्फास की बोतल, कुल्हाड़ी, चाकू व कट्टा लेकर कक्षा में आया था। डीसीपी बीएस जायसवाल ने भी इसकी पुष्टि की है। दो पन्ने के सुसाइड नोट में आकाश ने अंग्रेजी में लिखा है, मेरे मरने के बाद आप लोग पाएंगे कि मैं रोशनी से कितना प्यार करता था। उससे कितना लगाव था। उसने यह भी लिखा है कि वह रोशनी की हत्या कर खुद भी मर जाएगा। बताया जाता है कि आकाश दो साल से लड़की को प्रपोज कर रहा था।

आकाश कुमार व रोशनी कुमारी गुप्ता दो सालों से एक-दूसरे को जानते थे। कोरियाई भाषा की साथ पढ़ाई करने के दौरान आकाश का जब रोशनी से परिचय हुआ तभी से उसने रोशनी से प्रेम जताना शुरू कर दिया था। लेकिन रोशनी ने मना कर दिया था। इससे वह बेहद तनाव में गुमसुम रहता था।

जेएनयू के प्रो. कमल मित्र चिनाय ने भी इसकी पुष्टि की है। उनका कहना था कि आकाश बार-बार रोशनी को एप्रोच करता था। वह उसके प्यार में आकर्षित हो गया था। तभी उसने ऐसा गलत कदम उठाया। प्रोफेसर चिनाय ने कहा कि दोपहर करीब डेढ़ बजे जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष लेनिन ने उनके पास आकर घटना की जानकारी दी। जेएनयू के प्रॉक्टर के मुताबिक रोशनी की बहन व परिवार के सदस्य दिल्ली में ही रहते हैं। आकाश के परिजनों को भी घटना को लेकर सूचित कर दिया गया है। वे लोग वहां से चल चुके हैं। सफदरजंग के न्यूरो वार्ड में भर्ती रोशनी का डॉ.करम चंद, डॉक्टर ललित व डॉक्टर सुरेश ने देर शाम ऑपरेशन किया।

देश के शीर्षस्थ शैक्षणिक संस्था तथा वामपंथी एवं तार्किक विचारधारा का केंद्र माने जाने वाले नई दिल्ली स्थित जेएनयू परिसर में यह घटना बुधवार को पूर्वाह्न 11.00 बजे के आस-पास घटी। आकाश (23) इस हमले के लिए पूरी तरह तैयार होकर आया था क्योंकि उसके पास एक पिस्टल, एक कुल्हाड़ी, एक चाकू और एक बोतल में जहरीला पदार्थ था।

First Published: Thursday, August 1, 2013, 12:01

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