Last Updated: Wednesday, February 8, 2012, 17:49
रांची : झारखंड के मानव संसाधन विकासमंत्री वैद्यनाथ राम ने बुधवार को यहां कहा कि राज्य में सभी स्तरों पर शिक्षकों की भारी कमी को देखते हुए सरकार ने शीघ्र ही चालीस हजार तक शिक्षकों को संविदा पर भर्ती करने का फैसला किया है। राज्य के मानव संसाधन मंत्री वैद्यनाथ राम ने यह बात कही।
राम ने बताया कि पिछले वर्ष विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री अजरुन मुंडा ने राज्य में शीघातिशीघ्र शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की घोषणा की थी जिसके तहत यहां प्राइमरी स्तर पर माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्तर पर भी शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया प्रारंभ की गयी थी, लेकिन किसी न किसी कारण से इन प्रक्रियाओं में विलंब हो रहा है और अगले सत्र के लिए राज्य के विद्यालयों में पर्याप्त शिक्षकों की स्थाई व्यवस्था नहीं हो सकी है।
उन्होंने बताया कि माननीय उच्च न्यायालय ने भी हाल में अपने एक आदेश में राज्य के विद्यालयों में अगले शैक्षणिक सत्र में आवश्यक शिक्षकों की व्यवस्था करने की बात कही थी। राम ने कहा कि इन बातों को ध्यान में रखते हुए उनके विभाग ने तत्काल बीस हजार शिक्षकों की संविदा पर नियुक्ति का फैसला किया है। इतना ही नहीं बीस हजार शिक्षकों की नियुक्ति के बाद आवश्यक होने पर बीस हजार तक और शिक्षकों की नियुक्ति राज्य के विद्यालयों की जायेगी।
वैद्यनाथ राम ने कहा कि राज्य में प्राइमरी स्तर पर शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पिछले वर्ष केन्द्र सरकार के दिशानिर्देश के अनुसार शिक्षक योग्यता परीक्षा (टीईटी) का आयोजन किया गया था लेकिन सोलह हजार से अधिक पदों के विरुद्ध महज आठ हजार अभ्यर्थी ही यह परीक्षा उत्तीर्ण कर सके। बाद में इस परीक्षा के आधार पर ही सीधे शिक्षकों की नियुक्ति के झारखंड अधिविद्यि परिषद (जेएसी) के फैसले से उत्तीर्ण शिक्षकों की नियुक्ति में भी अड़चन आ गयी थी। उन्होंने कहा कि यह मामला माननीय झारखंड उच्च न्यायालय में भी गया और वहां से आवश्यक निर्देश राज्य सरकार को प्राप्त हुए हैं।
उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार प्राइमरी शिक्षकों की नियुक्ति के लिए नये सिरे से जैक तैयारी कर रहा है। लेकिन जब तक यह प्रक्रिया फिर से पूरी की जाएगी तब तक के लिए विद्यार्थियों का नुकसान न होने देने के लिए राज्य सरकार संविदा पर बीस हजार शिक्षकों की जिलावार नियुक्ति करेगी।
इस उद्देश्य से पिछले सप्ताह विभाग में उच्चस्तरीय बैठक की गयी थी और अब विभाग नियुक्ति के तौर तरीकों का विस्तृत विवरण तैयार कर रहा है। राम ने कहा कि इसी प्रकार इंटर कालेजों के लिए स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पंद्रह फरवरी को जैक लिखितपरीक्षा का आयोजन कर रहा है।
राम ने बताया कि पहले यह परीक्षा पिछले वर्ष तीस नवंबर को होनी थी लेकिन विज्ञापन में तकनीकी खामियों के चलते परीक्षा स्थगित करनी पड़ी थी। उन्होंने कहा कि इस परीक्षा के माध्यम से भी दस हजार से अधिक शिक्षकों की राज्य में स्थाई नियुक्ति की जानी है। लेकिन राज्य सरकार इस प्रक्रिया में किसी प्रकार का भी विलंब होने पर इन पदों पर भी तत्काल संविदा पर नियुक्ति की तैयारी में है। उन्होंने बताया कि माध्यमिक स्तर पर भी दस हजार से अधिक शिक्षकों की आवश्यकता है जिसके लिए उनका विभाग तत्काल संविदा आधार पर नियुक्ति का मन बना रहा है।
उन्होंने कहा कि विद्यालयों और इंटर कालेजों में शिक्षकों की अगले सत्र से कोई कमी न होने देने के लिए उनका विभाग कटिबद्ध है और इसके लिए ही संविदा पर शिक्षकों की नियुक्ति की तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा शिक्षकों की संविदा पर नियुक्ति नितांत अस्थाई और तय समय के लिए होगी और इसी अवधि में स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति के लिए राज्य सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 8, 2012, 23:19