Last Updated: Thursday, June 6, 2013, 16:44
ज़ी मीडिया ब्यूरोलखनऊ : उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। डीएसपी हत्याकांड में मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कोर्ट से उनका लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने का अनुरोध किया है।
सीबीआई ने गुरुवार को सुश्री जीनत मिर्जा की विशेष सीबीआई कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल कर राजा भैया का (लाई डिटेक्टर टेस्ट) कराने की इजाजत मांगी है। इस प्रार्थना-पत्र पर 11 जून को सुनवाई होने की संभावना है। सीबीआई ने यह मांग 15 एवं 16 मई को राजा भैया से 18 घंटे से अधिक समय तक गहन पूछताछ के बाद की है। कोर्ट में दिए प्रार्थना पत्र में सीबीआई ने राजा भैया से कहा कि वह 11 जून को कोर्ट में उपस्थित हों और इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखें कि वह लाई डिटेक्टर टेस्ट के लिए तैयार हैं या नहीं।
सूत्रों का कहना है कि पूछताछ के दौरान राजा भैया ने कुछ विरोधाभासी तथ्य प्रस्तुत किए हैं। इसलिए यह टेस्ट कराना जरूरी है। राजा भैया प्रतापगढ़ जिले में कुंडा तहसील क्षेत्र के बलीपुर गांव में गत दो मार्च को हुए डीएसपी जिया-उल हक हत्याकांड में साजिश रचने के आरोपी हैं।
सूत्रों ने बताया कि प्रधान नन्हें यादव की हत्या में प्रयुक्त हथियारों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है जो राजा भैया के साथियों द्वारा कथित रूप से उपलब्ध कराए गए थे। राजा भैया ने डीएसपी हत्याकांड में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। डीएसपी की पत्नी परवीन आजाद ने राजा भैया सहित चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
First Published: Thursday, June 6, 2013, 16:44