Last Updated: Friday, August 23, 2013, 18:55
नई दिल्ली : विश्व धरोहर ताजमहल की चहारदीवारी की 400 साल पुरानी दीवार में बडे बडे कील ठोंके हुए थे और उनमें गाय भैंस बांधी जा रही है।
भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) की लोकसभा में पेश रिपोर्ट ‘स्मारकों और पुरावस्तुओं के परिरक्षण एवं संरक्षण की निष्पादन लेखापरीक्षा’ में कहा गया, ‘हमने पाया कि परिमंडल कार्यालय ताज परिसर की बाहरी चहारदीवारी का उचित ढंग से संरक्षण करने में विफल रहा।’
कैग ने कहा, ‘पूर्वी गेट पर बांयी तरफ की चहारदीवारी की दीवार खराब स्थिति में थी। परिमंडल कार्यालय द्वारा इस दीवार पर कोई संरक्षण कार्य नहीं किया गया था। 400 वर्ष पुरानी दीवार में बडे बडे कील ठोंके हुए थे तथा नियमित रूप से उनसे पशुओं को खूंटे से बांधा जाता था।’ कैग की रिपोर्ट में बाकायदा इस प्राचीन दीवार का फोटो है और उसमें ठोंकी हुई कीलों से भैंस बंधी नजर आ रही है और उसके आसपास उपले पडे हुए हैं।
कैग ने कहा कि ताजमहल की बाहरी दीवार में दरार, दीवारों में जडे हुए टूटे पत्थर, लापता डिजाइन, दीवार में सीमेंट का उपयोग, रिसाव, प्लास्टिक पाइपों का लगाना तथा टूटी जालियां भी देखीं।
रिपोर्ट में कैग ने कहा, ‘हमने पाया कि खान ए आलम के बाग के निकट ताजमहल के परिसर में अतिक्रमण किया गया था। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा अतिक्रमण हटाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गयी।’ कैग ने यह भी पाया कि ताजमहल के आसपास 24 अनधिकृत निर्माण में से केवल एक को नष्ट किया गया था। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 23, 2013, 18:55