Last Updated: Wednesday, April 25, 2012, 08:28
नई दिल्ली: बोफोर्स मामले में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर इटली के कारोबारी आत्तावियो क्वात्रोकी को कथित रूप से बचाने के लिए जांच की रफ्तार धीमा करने के ताजे आरोपों को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए भाकपा ने आज कहा कि इससे देश की छवि दागदार हुई है।
भाकपा सांसद गुरूदास दासगुप्ता ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘ यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय घटना है। यह घटना देश की छवि को दागदार करने के समान है।’ उन्होंने कहा कि इतने वर्षों से शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया और इससे स्पष्ट हो जाता है कि पूरी जांच प्रक्रिया गलत थी।
दासगुप्ता ने कहा कि सरकार ने अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं की बल्कि जांच की रफ्तार को धीमा करने का काम किया। यह सरकार के कामकाज और गंभीरता का माखौल उड़ाने के समान है।
गौरतलब है कि इस संबंध में स्वीडन के पूर्व पुलिस प्रमुख स्टीन लिंडस्टार्म के ताजा साक्षात्कार में बोफोर्स मामले से जुड़े आरोप लगाए हैं।
राष्ट्रपति पद पर पार्टी के रूख के बारे में पूछे जाने पर भाकपा नेता ने कहा, ‘ देश इस समय विषम और संकटपूर्ण स्थिति से गुजर रहा है। ऐसे समय में राष्ट्रपति न तो कांग्रेस से और न ही भाजपा से बनाया जाए। बल्कि राष्ट्रीय आम सहमति के आधार पर राष्ट्रपति चुना जाना चाहिए जो इस परिस्थिति का सामना करने में सक्षम हो।’
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 25, 2012, 13:59