Last Updated: Wednesday, May 15, 2013, 18:29
जलपाईगुड़ी : पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में क्षेत्रीय सेना की पहली महिला जवान शांति तिग्गा की मौत के एक दिन बाद बुधवार को पुलिस आदिवासी संगठनों के प्रदर्शनों पर काबू पाने में कामयाब हुई और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आदिवासी संगठनों ने जलपाईगुड़ी के अलीपुरद्वार रेलवे अस्पताल में हुई मौत की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए पुलिस को अस्पताल से शव ले जाने से रोका। इसी अस्पताल में शांति फांसी पर लटकी पाई गई थीं।
पुलिस आज दिन में ढाई बजे शांति का शव अपने कब्जे में लेने में कामयाब रही। पुलिस अधीक्षक अमित जवालगी ने इस मामले की निष्पक्ष जांच का वादा करके प्रदर्शनकारियों को शांत कराया। इसके साथ ही उन्होंने पीड़ित परिवार के सदस्यों को नौकरी और अच्छाखासे मुआवजे का वादा किया। शांति (37) क्षेत्रीय सेना की 969-रेलवे इंजीनियर रेजीमेंट के साथ जुड़ी थीं और वह जलपाईगुड़ी के चालसा स्टेशन पर तैनात थीं।
आदिवासी संगठनों का आरोप है कि शांति का अपहरण किया गया और उन्हें पांच दिनों तक बांधकर छोड़ दिया गया था। आदिवासी विकास परिषद, झारखंड मुक्ति मोर्चा, गोरखा जनमुक्ति मोर्चा कल शाम से ही प्रदर्शन कर रहे थे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 15, 2013, 18:29