Last Updated: Wednesday, July 31, 2013, 13:37

हैदराबाद : आंध्र प्रदेश से अलग कर तेलंगाना बनाए जाने के कांग्रेस और संप्रग के फैसले के खिलाफ रायलसीमा और तटीय आंध्रप्रदेश के क्षेत्रों में आहूत बंद से आम जनजीवन प्रभावित हुआ।
इस दौरान शैक्षिक संस्थान और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहे और सरकारी, आंध्र प्रदेश सड़क परिवहन निगम (एपीएसआरटीसी) की सेवाएं रायलसीमा और तटीय आंध्रप्रदेश के कडप्पा, चित्तूऱ, विशाखापत्तनम और कृष्णा जैसे जिलों में रद्द रही। एकीकृत आंध्रप्रदेश का समर्थन कर रहे विभिन्न संगठनों ने आंध्रप्रदेश को दो हिस्सों में बांटने के कांग्रेस के फैसले के खिलाफ क्षेत्र में बंद का आह्वान किया।
एकीकृत आंध्रप्रदेश के समर्थकों की जिलों में रैली और अन्य तरीके से विरोध प्रदर्शन का आयोजन करने की योजना है। प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए हैं और विभिन्न जगहों पर आरटीसी की बसों को रोक दिया। बहरहाल, सुबह के कुछ घंटे के दौरान दोनों क्षेत्रों से हिंसा की किसी घटना की जानकारी नहीं मिली है, हालांकि दोनों क्षेत्रों में निराशा का माहौल है। विभिन्न संगठनों के बंद के मद्देनजर ऐहतियात बरतते हए एपीएसआरटीसी ने कुछ स्थानों पर अपनी सेवाएं रोक दी है। कानून और व्यवस्था बनाए रखने और पंचायत चुनावों को ध्यान में रखते हुए रायलसीमा और तटीय आंध्रप्रदेश के जिलों में राज्य पुलिस के अलावा केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि आंध्रप्रदेश के विभिन्न जिलों में ग्राम पंचायत चुनावों का तीसरा और अंतिम चरण सुबह सात बजे शुरू हुआ और छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्वक चल रहा था।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पुतले भी जलाए गए। प्रदर्शनकारियों ने `जय समैक्या आंध्र` का नारा लगाया और सड़कों पर बैठ गए। उनका आरोप है कि संप्रग का नेतृत्व करने वाली कांग्रेस ने राज्य के विभाजन का एकतरफा फैसला लिया है और उन्होंने सभी विधायकों व सांसदों से पार्टी पर फैसला वापस लेने का दबाव बनाने के लिए इस्तीफा दिए जाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों के तटीय आंध्र के सभी नौ और रायलसीमा के चार जिलों में धरना दिए जाने की वजह से आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (एपीएसआरटीसी) की बसें डिपो से बाहर नहीं आ सकीं।
इस बंद से विशाखापटनम, विजयनगरम, एलुरु, काकिनाड़ा, विजयवाड़ा, गुंटूर, नेल्लोर, ओंगोले, चित्तूर, तिरुपति, अनंतपुर, कडप्पा, कुरनूल और अन्य शहरों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय व राज्य राजमार्गो को कुछ जगहों पर अवरुद्ध कर दिया है। प्रदर्शन की वजह से विजयवाड़ा-हैदराबाद और चेन्नई-भुवनेश्वर राजमार्गो पर सैंकड़ों वाहन फंसे रहे। तिरुपति और कुछ अन्य इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने वाहनों के पहियों की हवा निकाल दी। सीमांध्रा में कानून एवं व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस एवं अर्धसैनिक बल के सैंकड़ों जवानों को तैनात किया गया है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 31, 2013, 13:37