Last Updated: Tuesday, January 22, 2013, 19:21
नई दिल्ली : तेलंगाना मुद्दे पर फैसला लेने के लिए केंद्र द्वारा तय की गयी एक महीने की समय सीमा समाप्त होने को है और मंगलवार को इसी मुद्दे को लेकर तेलंगाना और गैर तेलंगाना क्षेत्र के नेताओं ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा अन्य नेताओं से मुलाकात के दौरान अपनी मांग पर दबाव बनाने की कोशिश की।
तेलंगाना और सीमांध्र क्षेत्रों से दो अलग अलग प्रतिनिधिमंडलों ने सुबह से कई नेताओं से मुलाकात की और संवेदनशील मुद्दे पर अपने अपने विचार रखे लेकिन सिंह समेत किसी से भी उन्हें कोई आश्वासन नहीं मिला। सीमांध्र से सांसदों ने सुबह सिंह से मुलाकात की और मांग की कि केंद्र को कोई भी ऐसा फैसला नहीं लेना चाहिए जो आंध्र प्रदेश की एकता अखंडता को प्रभावित करे। इन्होंने इसके साथ ही केंद्र सरकार से न्यायाधीश बी एन श्रीकृष्णा समिति द्वारा सुझाए गए छठे विकल्प (एकीकृत आंध्र प्रदेश) पर विचार करने को कहा।
नेताओं ने प्रधानमंत्री के साथ हुई अपनी मुलाकात के बारे में तो बताया लेकिन ऐसा लगता है कि उन्हें अपनी मांगों को लेकर कोई आश्वासन नहंी मिला। सांसदों ने स्वास्थ्य मंत्री तथा आंध्र प्रदेश के प्रभारी महासचिव गुलाम नबी आजाद से भी मुलाकात कर इसी प्रकार की मांग रखी। गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने पिछले वर्ष 28 दिसंबर को कहा था कि केंद्र एक माह के भीतर तेलंगाना के संबंध में अपने फैसले की घोषणा करेगा।
तेलंगाना क्षेत्र से पांच मंत्रियों और 18 विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शिंदे से मुलाकात की और उन्हें स्पष्ट शब्दों में कहा कि अलग राज्य से कम , उन्हें कुछ भी स्वीकार्य नहीं होगा। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 22, 2013, 19:21