तेलंगाना मुद्दे पर आंध्र विधानसभा स्थगित

तेलंगाना मुद्दे पर आंध्र विधानसभा स्थगित


हैदराबाद : आंध्र प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र की सोमवार को हंगामेदार शुरुआत हुई। विभिन्न राजनीतिक दलों के विधायक पृथक तेलंगाना राज्य पर प्रस्ताव लाए जाने की मांग कर रहे थे। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। पहले सदन की कार्यवाही कुछ-कुछ समय के लिए स्थगित की गई लेकिन बाद में उसे मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) तेलंगाना पर प्रस्ताव की मांग कर रहे थे।

विधायकों ने अध्यक्ष एन. मनोहर के आसन को घेर लिया। मुख्य विपक्षी दल तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के विधायक भी अध्यक्ष के आसन की ओर पहुंच गए। हंगामे के बीच कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले भी कार्यवाही दो बार स्थगित की गई।

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही टीआरएस व भाजपा सदस्य `जय तेलंगाना` के नारे लगाने लगे। उन्होंने अध्यक्ष की ओर से बिजली की समस्या पर चर्चा होने देने के लिए की गई अपील की अनदेखी की। इसके बाद सदन को 45 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया। जब कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया। मनोहर ने दोबारा आधे घंटे के लिए कार्यवाही स्थगित की। तीसरी बार उन्होंने दिनभर के लिए सदन को स्थगित कर दिया।

इसके साथ ही विधानसभा के पांच दिवसीय सत्र का पहला दिन बेकार चला गया। तेदेपा व अन्य विपक्षी दल पहले ही सरकार की इस बात से नाखुश हैं कि उसने तब इतना छोटा सत्र बुलाया है जबकि लोग कई परेशानियों का सामना कर रहे हैं।

इससे पहले राज्य में बिजली आपूर्ति में कमी के विरोध में तेदेपा नेता पार्टी अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में एक पदयात्रा करते हुए विधानसभा पहुंचे। हाथों में लालटेन लिए नायडू ने अपनी पार्टी के विधायकों के साथ टैंक बंड से विधानसभा तक रैली निकाली। विपक्ष के नेता नायडू ने आरोप लगाया कि बिजली संकट से किसान व उद्योग बुरी तरह प्रभावित हैं।

मार्क्सीवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी व प्रति परिवार एलपीजी सिलेंडर्स की संख्या निर्धारित किए जाने के विरोध में विधानसभा तक साइकिलों से पहुंचे। (एजेंसी)

First Published: Monday, September 17, 2012, 12:56

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