त्रिपुरा: रूझानों में सत्तारूढ दल सीपीआई (एम) को बढ़त

त्रिपुरा: लेफ्ट फ्रंट 35 सीटों पर आगे

त्रिपुरा: लेफ्ट फ्रंट 35 सीटों पर आगेनई दिल्ली : अब तक मिले रुझानों में त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा की सात सीटों पर माकपा, दो सीटों पर कांग्रेस और एक सीट पर भाकपा आगे चल रही है।

पूर्वोत्तर के तीन राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में हुए विधानसभा चुनाव और सात राज्यों की नौ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों के मतों की गणना आज सुबह यहां कड़ी सुरक्षा के बीच जारी है।

आईएनपीटी तीन, कांग्रेस पांच और माकपा दो सीटों पर पीछे चल रही है। त्रिपुरा के गोलाघाटी विधानसभा क्षेत्र में माकपा के केशव देवशर्मा आईएनपीटी उम्मीदवार मानव देवशर्मा पर बढ़त बनाए हुए हैं। माकपा के जीतेंद्र दास बोरजाला सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार जीतेंद्र सरकार से आगे चल रहे हैं।




त्रिपुरा में गत 14 फरवरी को जहां देश में सर्वाधिक रिकार्ड 93 प्रतिशत मतदान हुआ था वहीं मेघालय एवं नगालैंड में कल 23 फरवरी को क्रमश: 88 प्रतिशत और 83 प्रतिशत मतदान हुआ था।

इसके अलावा मिजोरम में चालफिल्ह, पंजाब में मोगा और उत्तर प्रदेश की भाटपार रानी सीट तथा पश्चिम बंगाल की नलहटी, इंगलिश बाजार और रेजीनगर सीटों पर उपचुनाव भी 23 फरवरी को ही हुए थे जबकि असम के अलगापुर, बिहार के कल्याणपुर :सुरक्षित: और महाराष्ट्र की चांदगढ़ सीट के लिये उपचुनाव 24 फरवरी को हुए थे।

सभी जगह इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों के जरिये मतदान हुआ। इन राज्यों में मतगणना के व्यापक प्रबंध किये गये हैं।

त्रिपुरा विधानसभा की साठ सीटों पर 14 फरवरी को हुए चुनाव के लिए मतों की गणना सुबह आठ बजे कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुई। मतगणना का काम राज्य के आठ जिलों में सत्रह मतगणना केंद्रों पर किया जा रहा है। इन सभी गणना केंद्रों के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की गई है ।

गणना के काम में प्रेक्षक और गणना सहायकों समेत करीब 2500 कर्मचारी लगाये गये हैं। हर मतगणना केंद्र से सौ मीटर की दूरी तक निषेधाज्ञा लागू है । मतगणना का काम सीसीटीवी निगरानी में कराया जाएगा ।

साठ सदस्यीय नगालैंड विधानसभा की 59 सीटों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज मतगणना शुरू हुई। यहां एक सीट पर उम्मीदवार की मृत्यु के बाद चुनाव रोक दिया गया था।

नगालैंड के मुख्य चुनाव अधिकारी जे आलम ने बताया कि 12 जिलों में मतगणना हो रही है। मतगणना के लिए कुल 10 हजार मतदानकर्मियों को लगाया गया है।

मेघालय विधानसभा का कार्यकाल 10 मार्च को समाप्त हो रहा है, जबकि नगालैंड विधानसभा का कार्यकाल 18 मार्च और त्रिपुरा विधानसभा का कार्यकाल 16 मार्च को समाप्त होगा । इन तीनों राज्यों ही में विधानसभा की साठ.. साठ सीटें हैं । त्रिपुरा में सत्तारूढ़ वाम मोर्चा के सबसे बड़े घटक माकपा ने 55 सीटों पर, आरएसपी ने दो, भाकपा ने दो और फॉरवर्ड ब्लॉक ने एक सीट पर प्रत्याशी खडे किये थे। विपक्षी कांग्रेस 48 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। उसके गठबंधन सहयोगी आईएनपीटी ने 11 सीटों पर और नेशनल कॉन्फ्रेन्स ऑफ त्रिपुरा ने एक सीट पर प्रत्याशी उतारे हैं। राज्य में जिन प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर है, उनमें मुख्यमंत्री माणिक सरकार, वित्त मंत्री बादल चौधरी, उच्च शिक्षा मंत्री अनिल सरकार, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुदीप राय बर्मन, पूर्व मुख्यमंत्री समीर रंजन बर्मन और इंडिनिजिनस नेशनलिस्ट पार्टी ऑफ त्रिपुरा के अध्यक्ष बिजल राखांवल आदि शामिल हैं।

राज्य विधानसभा की 60 सीटों में से 20 सीटें अनुसूचित जनजाति और 10 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं । राज्य में मतदाताओं की कुल संख्या 22 लाख 77 हजार 415 है ।

मेघालय में उग्रवादियों द्वारा सात जिलों में बंद के आह्वान के बावजूद 15 लाख से अधिक मतदाताओं के 88 प्रतिशत ने मतदान किया था। सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने सभी 60 सीटों पर अपने प्रत्याशी खडे किये हैं जबकि यूडीपी ने 50 सीटों और पीए संगमा के नेतृत्व वाली नेशनल पीपल्स पार्टी ने 32 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं।

मेघालय विधानसभा की साठ सीटों में से 55 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं । राज्य में मतदाताओं की कुल संख्या 14 लाख 81 हजार 473 है । राज्य में सौ फीसदी मतदाताओं के पास मतदाता फोटो पहचान पत्र है । जारी

नगालैंड विधानसभा की तुइसांग सदर सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार पी चुबा चांग का निधन हो जाने के बाद मतदान स्थगित कर दिया गया था और राज्य में कुल 59 सीटों पर ही मतदान हुआ था। ये सभी 59 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। यहां मतदाताओं की कुल संख्या 11 लाख 81 हजार 731 है । राज्य में तकरीबन 96 फीसदी मतदाताओं के पास मतदाता फोटो पहचान पत्र हैं । राज्य में सत्तारूढ नगा पीपल्स फ्रंट एकमात्र ऐसा दल है जिसने सभी 60 सीटों पर अपने प्रत्याशी खडे किये थे जबकि विपक्षी कांग्रेस ने 57 सीटों पर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने 15, भाजपा ने 11, जदयू ने तीन, राजद ने दो और यूनाइटेड नगालैण्ड डेमोक्रेटिक पार्टी ने एक सीट पर प्रत्याशी खड़ा किया है।

राज्य में जिन प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है उनमें उत्तरी अंगामी द्वितीय से मुख्यमंत्री नेफियू रियो, पश्चिमी अंगामी से विधानसभा अध्यक्ष कियानिली पेसेयिए, दीमापुर तृतीय से नेता विपक्ष तोकोहेहो येप्थोमी, दीमापुर द्वितीय से एसआई जमीर और कोरिडांग से पूर्व गृहमंत्री इमकोंग एल इमचेन शामिल हैं ।

उत्तर प्रदेश में भाटपार रानी विधानसभा उपचुनाव समाजवादी पार्टी के विधायक एवं पूर्व मंत्री कामेश्वर उपाध्याय के निधन के कारण जबकि मिजोरम में चलफिल विधानसभा उपचुनाव कांग्रेस विधायक चवनगतिनथंगा के निधन के कारण करवाया गया है।

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के रेजीनगर और मालदा जिले के इंग्लिशबाजार में उपचुनाव की जरूरत वर्तमान विधायकों क्रमश: हुमायूं कबीर और कृष्णेंदु नारायण चौधरी द्वारा कांग्रेस से दलबदल कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने से पड़ी। वहीं राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी के जंगीपुर संसदीय क्षेत्र से चुने जाने पर बीरभूम जिले की नलहटी विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुआ है।

पंजाब के मोगा में कांग्रेसी विधायक जोगिंदर पाल जैन के पार्टी छोड़कर सत्ताधारी शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन में शामिल हो जाने की वजह से उपचुनाव कराना पड़ा। (एजेंसी)

First Published: Thursday, February 28, 2013, 08:47

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