Last Updated: Thursday, February 7, 2013, 15:08

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गोंडा के मुख्य चिकित्साधिकारी के अपहरण तथा धमकी देने के मामले में आरोपी विनोद कुमार उर्फ पंडित सिंह को गुरुवार को राज्य मंत्रिमण्डल विस्तार के दौरान दोबारा राज्यमंत्री बनाये जाने का बचाव करते हुए कहा कि जांच रिपोर्ट आने से पहले किसी को दोषी नहीं ठहराया जा सकता।
अखिलेश ने मंत्रिमण्डल विस्तार के तहत नये मंत्रियों के शपथग्रहण समारोह के बाद संवाददाताओं से बातचीत में पंडित सिंह को दोबारा मंत्री बनाये जाने के औचित्य सम्बन्धी सवाल पर कहा कि गोंडा के मुख्य चिकित्साधिकारी प्रकरण की जांच अभी चल रही है। दोषी साबित होने से पहले कुछ नहीं कहा जा सकता। उन्होंने कहा ‘‘जो गलती होगी वह सामने आयेगी, कोई बात छुप नहीं सकती। यह सही है कि जिस तरह का मामला था उसमें रिपोर्ट आयी है। उस पर बाद में आपसे चर्चा भी करेंगे। रिपोर्ट देखे बिना कुछ नहीं कहा जा सकता।
गौरतलब है कि अखिलेश यादव सरकार के मंत्रिमण्डल के पहले विस्तार के तहत गोंडा से विधायक विनोद कुमार उर्फ पंडित सिंह को भी शामिल किया गया है। उस वक्त राजस्व राज्यमंत्री रहे सिंह पर गत अक्तूबर माह में आयुष डाक्टरों की सूची में चहेतों का नाम शामिल करने से इनकार पर गोंडा के मुख्य चिकित्साधिकारी एस. पी. सिंह को अपrत करने तथा धमकाने का आरोप लगा था।
दबाव बढ़ने पर सरकार ने पंडित सिंह से इस्तीफा ले लिया था। सिंह को गोंडा की ताकतवर ठाकुर बिरादरी का प्रतिनिधि माना जाता है। मुख्यमंत्री ने पशु तस्करों की मदद करने के आरोपों में फंसे गन्ना शोध संस्थान के नवमनोनीत उपाध्यक्ष के. सी. पाण्डेय का भी बचाव करते हुए कहा कि इस मामले में के. सी. पाण्डेय का जितना दोष बताया जा रहा है उतना है नहीं । कई बार लोग सिफारिश करने आते हैं । निर्णय तो सरकार ओर अधिकारी ही लेंगे । (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 7, 2013, 15:08