Last Updated: Thursday, August 22, 2013, 13:54

पुणे : अंधविश्वास के खिलाफ अभियान चलाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र दाभोलकर की मंगलवार को हत्या के तुरंत बाद बरामद की गई सीसीटीवी फुटेज के धुंधला होने के कारण उससे अज्ञात हत्यारों की पहचान के बारे में कोई सुराग नहीं मिल सका है।
दाभोलकर जब सुबह की सैर कर रहे थे तो शहर के एक पुल पर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी। पुलिस ने पुल के पास स्थित प्रतिष्ठानों में काम कर रही सीसीटीवी प्रणालियों से वीडियो फुटेज बरामद किया था।
पुलिस ने बताया कि यह फुटेज धुंधला और अस्पष्ट है और अभी तक इससे किसी प्रकार का सुराग हाथ नहीं लगा है। जांच से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि हम अब भी सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं, जिसमें मोटरसाइकिल पर सवार केवल दो लोगों के चित्र दिखाई दे रहे हैं लेकिन फुटेज धुंधला और अस्पष्ट है तथा इससे लोगों की पहचान नहीं हो पा रही।
घटना के एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया था कि 25 से 30 वर्ष की आयु तक के दो युवक 60 वर्षीय दाभोलकर को गोलियां मारने के बाद मोटरसाइकिल लेकर घटनास्थल से फरार हो गए। पुलिस वाहन का पता लगाने के लिए प्रत्यक्षदर्शी के बताए नंबर प्लेट के विवरण की भी पुष्टि कर रही है। उन्होंने कहा कि जांच जारी है और इस हत्या में संलिप्तता के संबंध में अभी तक किसी व्यक्ति या संगठन की पहचान नहीं की गई है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 22, 2013, 13:54