Last Updated: Wednesday, October 12, 2011, 14:56
श्रीनगरः नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) के कार्यकर्ता हाजी सैयद यूसुफ की अंतिम ऑटोप्सी रिपोर्ट में उसे जहर देने या किसी तरह की चोट की बात साबित नहीं हुई है और कहा गया है कि उसकी मौत दिल का तेज दौरा पड़ने से हुई थी।
आधिकारिक सूत्रों ने यहां कहा कि सरकारी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य की अंतिम रिपोर्ट में कहा गया है कि यूसुफ की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई और उसके शरीर पर किसी बाहरी या भीतरी चोट का कोई निशान नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि रिपोर्ट अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट मोहम्मद अकबर को सौंपी जा सकती है। जिसके मुताबिक उसके खून में जहर का अंश नहीं मिला है।प्रारंभिक रिपोर्ट में भी कहा गया था कि पोस्टमार्टम के दौरान मृतक के शरीर से लिए गए खून और भोजन के नमूने में किसी तरह का जहर का अंश नहीं मिला है।
सूत्रों ने कहा कि प्रदेश के फॉरेंसिक विभाग ने प्रारंभिक रिपोर्ट अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट मोहम्मद अकबर को सौंप दी। यूसुफ की मौत 30 सितंबर को हो गयी थी और आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 176 के तहत पुलिस हिरासत में मौत के मामले में मजिस्ट्रेटी जांच कराना अनिवार्य है।
शुरूआती रिपोर्ट में भी कहा गया था कि उसके शरीर पर कोई बाहरी जख्म नहीं है जिससे उत्पीड़न के आरोप साबित नहीं होता, जो मृतक के परिवार ने लगाए थे। सूत्रों ने कहा कि मजिस्ट्रेटी जांच से इस बारे में फैसला लेने के लिहाज से भविष्य की कार्रवाई तय की जा सकती है कि क्या मौत प्राकृतिक थी या इस मामले में आगे जांच की जरूरत है या नहीं।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 12, 2011, 20:34