दिल्ली की सबसे पुरानी रामलीला हुई हाईटेक

दिल्ली की सबसे पुरानी रामलीला हुई हाईटेक

नई दिल्ली : पुरानी दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला के समीप हो रही शहर की सबसे पुरानी रामलीला में इस बार उच्च तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। ध्वनि एवं प्रकाश के विशेष प्रभावों से दर्शक मंत्रमुग्ध हो रहे हैं।

दर्शक उच्च तकनीकों का कमाल 24 अक्टूबर को रावण-वध के अवसर पर भी देख सकेंगे। लव कुश रामलीला कमेटी के सचिव अर्जुन कुमार ने बताया कि रावण, कुम्भकर्ण और मेघनाद के पुतले 100 फीट के बनाए गए हैं। जब भगवान राम का अग्नियुक्त तीर सभी पुतलों के हृदय से होकर गुजरेगा जो पुतलों के मुंह से आग की लपटें निकलेंगी और उनके आभूषणों के रंग बदल जाएंगे। उन्होंने कहा, "पुतले जमीन पर गिरते ही राम के नाम का उच्चारण करेंगे।

कुमार के अनुसार, जब हनुमान संजीवनी बुटी लेकर हवा में उड़ रहे होंगे, उसी दौरान राम-रावण के युद्ध में तलवारें जितनी बार टकराएंगी, उतनी बार उनमें से चमक के साथ चिंगारी छिटकेगी। उन्होंने बताया कि विशेष प्रकाश प्रभाव उत्पन्न करने वाले उपकरण मुम्बई से मंगाए गए हैं। रामलीला और रावण-वध का सीधा प्रसारण इंटरनेट पर देखा जा सकता है। इसके लिए `डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट लवकुश डॉट कॉम` पर लॉगिन करना होगा। (एजेंसी)

First Published: Monday, October 22, 2012, 10:00

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