दुर्गाशक्ति का 41 मिनट में निलम्बन के दावे से मुकरे भाटी

दुर्गाशक्ति का 41 मिनट में निलम्बन के दावे से मुकरे भाटी

दुर्गाशक्ति का 41 मिनट में निलम्बन के दावे से मुकरे भाटीलखनऊ : उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर में खनन माफिया के खिलाफ मुहिम चलाने वाली आईएएस अधिकारी के निलम्बन में अहम भूमिका निभाने के आरोपों का सामना कर रहे समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं काबीना मंत्री का दर्जा प्राप्त नरेन्द्र भाटी अपने उस दावे से मुकर गए हैं जिसमें एक वीडियो में वह कथित तौर पर यह कहते सुनाई देते हैं कि उन्होंने ‘41 मिनट के भीतर’ दुर्गाशक्ति नागपाल को निलंबित करा दिया ।

भाटी ने 28 वर्षीय अधिकारी के निलंबन में अपनी कोई भूमिका होने से इनकार करने के दो दिन बाद यह दावा गौतमबुद्ध नगर में एक रैली को संबोधित करते हुए किया।

वीडियो में वह यह कहते दिखाई देते हैं कि ‘मैंने मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव से सुबह साढ़े दस बजे बात की और 11 बजे निलंबन आदेश पहुंच गया, उन्होंने इतना बुरा व्यवहार किया और उसके बाद 40 मिनट भी नहीं रूक पाईं । लखनऊ से 41 मिनट के भीतर आदेश आ गया और उन्हें निलंबित कर दिया गया ।’ भाटी ने इसका खंडन करते हुए कहा कि उनका इस अधिकारी के खिलाफ हुई कार्रवाई से कोई लेना-देना नहीं है।

वीडियो क्लिपिंग के बारे में पूछे जाने पर भाटी ने कहा, ‘मीडिया बात को तोड़ मरोड़कर पेश कर रहा है । मैंने कहा था कि यह लोकतंत्र की जीत है ।’ यूपी एग्रो के अध्यक्ष भाटी ने टेलीफोन पर कहा, ‘कुछ समाचार चैनलों ने मेरे कथित विजुअल को गलत संदर्भ में दिखाया। एक आईएएस अधिकारी का तबादला कराने वाला मैं कौन होता हूं।’ उन्होंने आरोप लगाया कि गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी ने खुद को बचाने के लिये मामले में गलत रिपोर्ट दी है, क्योंकि वह भी रबूपुरा क्षेत्र के कादलपुर गांव में मस्जिद की दीवार गिराने के बराबर के दोषी हैं। (एजेंसी)

First Published: Friday, August 2, 2013, 14:59

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