Last Updated: Monday, August 5, 2013, 14:05

लखनऊ : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने वाली उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर की उपजिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल के निलम्बन के खिलाफ आगामी सात अगस्त को राज्यव्यापी प्रदर्शन करेगी। भाकपा के राज्य सचिव डॉक्टर गिरीश ने आज यहां कहा कि उनकी पार्टी आईएएस अधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल का निलम्बन वापस लेने, उन्हें दिए गए ‘फर्जी’ आरोपपत्र को तत्काल रद्द करने तथा उनके निलम्बन की कार्यवाही को मस्जिद विवाद से जोड़कर राजनीतिक कार्ड नहीं खेले जाने की मांग को लेकर आगामी सात अगस्त को सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेगी तथा ज्ञापन सौंपेगी।
उन्होंने बताया कि प्रदर्शन के दौरान पूरे राज्य में अवैध खनन को रोके जाने, खनन माफियाओं के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई किये जाने तथा प्रदेश में जगह-जगह हो रही साम्प्रदायिक झड़पों के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी की जाएगी। गिरीश ने राज्य सरकार पर दुर्गाशक्ति के मामले को लेकर अड़ियल रुख अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार वोट की राजनीति कर रही है।
भाकपा नेता ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सरकार अपने सख्त होने का संदेश देना चाहती है तो वह दंगों और दंगाइयों से कड़ाई से निपटे और चरमरा चुकी प्रदेश की कानून-व्यवस्था को पटरी पर लाये। उन्होंने कहा कि आईएएस अधिकारी के खिलाफ सरकार के अतार्किक कदम से भ्रष्टाचारियों और माफियाओं के हौसले बढ़े हैं।
गौरतलब है कि खनन माफिया के खिलाफ अभियान चलाने की वजह से सुखिर्यों में आयी गौतमबुद्धनगर की उपजिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल को रबूपुरा क्षेत्र के कादलपुर गांव में एक निर्माणाधीन मस्जिद की दीवार गिरवाने से साम्प्रदायिक तनाव फैलने के आरोप में गत 27 जुलाई को निलम्बित कर दिया गया था। विपक्षी दलों का आरोप है कि इस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई खनन माफिया के कहने पर की गयी है। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 5, 2013, 14:05