दो महीने से सहेज कर रखी है लाश

दो महीने से सहेज कर रखी है लाश

अहमदाबाद : न्याय की मांग करते हुए गुजरात के साबरकांठा जिले से ताल्लुक रखने वाले एक आदिवासी परिवार ने अपने परिजन के शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया और 60 दिनों से अधिक समय तक शव को संभाल कर रखा। जीवा भूम्बारिया का शव दिसंबर में मेगवास गांव के समीप एक स्थान पर मिला था।

हालांकि पुलिस की जांच में यह पाया गया था कि जीवा की मौत दुर्घटना के चलते हुई लेकिन उसके परिजनों ने इस दावे को खारिज कर दिया और कहा कि जीवा की उन तीन लोगों ने हत्या की है जिनके साथ उसका ट्रेक्टर के किराये के भुगतान को लेकर विवाद था।

जीवा के भाई नावजी भुम्बारिया ने कहा कि मेरा भाई बनासकांठा के मेगवास गांव में रहता था। दो महीने पहले ट्रैक्टर के किराये के भुगतान को लेकर उसका विवाद हुआ था जिसके बाद तीन लोगों ने उसकी हत्या कर दी। नावजी के छिखाला गांव स्थित घर में ही जीवा का शव एक प्लास्टिक कवर में लपेट कर बक्से के अंदर रखा गया है ।

नावजी के अनुसार जीवा ने ऋण लेकर एक ट्रैक्टर खरीदा था और वह रोजीरोटी कमाने के लिए दूसरों के खेत जोतता था।

उन्होंने बताया कि हमने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी। लेकिन जांच के बाद बनासकांठा पुलिस ने नतीजा निकाला कि यह दुर्घटना में हुई मौत का मामला है । पोस्टमार्टम के बाद हमने उसका शव एक बक्से में घर पर रखा है । हम अपने दिवंगत भाई के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं । (एजेंसी)

First Published: Monday, February 4, 2013, 10:52

comments powered by Disqus