Last Updated: Wednesday, October 24, 2012, 20:09

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और पार्टी प्रवक्ता संदीप दीक्षित से ज़ी न्यूज संवाददाता अरुण सिंह ने खास बातचीत की जिसमें उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 के बाद के कोल ब्लॉक आवंटन सरकार जांच करा रही है और सरकार भ्रष्टाचार के मामले पर गंभीर है। पेश है संदीप दीक्षित से बातचीत के अंश।
सवाल- जांच पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं, क्या कहेंगे?
जवाब- कई संस्थाएं हैं, जो जांच कर रही हैं। सीएजी भी अपनी बात कर सकती है। 2004 के बाद आवंटन पर सीबीआई जांच कर रही है। सारे पहलूओं पर जांच चल रही है। धैर्य से जांच की जा रही है।
सवाल- आईएमजी का कहना है कि कोई सही मैकेनेजिम नहीं है जिससे आरोप तय किए जा सकें?
जवाब- असली जांच तो सीबीआई कर रही है। आईएमजी तो छोटा सा हिस्सा है। आईएमजी छोटे पहलू को देख रही है। अगर आप काम नहीं शुरु कर पाए हैं तो क्या वजह है। खदानों में सही समय पर काम क्यों नहीं शुरु हो पाया। आईएमजी उन कारणों को देख रही है। आईएमजी सीमित दायरे का काम कर रही है। भारत सरकार की संस्थाओं पर विश्वास करना होगा। आईएमजी की जिम्मेवारी है कि अगर उन्हे कोई कमी लग रही है तो सरकार को बताएं।
सवाल-विपक्ष कहती है कि जांच कर रही संस्थाओं पर भरोसा नहीं है?
जवाब- यही सीबीआई है जो कांग्रेस के नेताओं पर केस दर्ज करती है। CWG से लेकर 2जी तक, सीबीआई ने जांच में अहम भूमिका निभाई है। विपक्ष सिर्फ राजनीति न करें। सीबीआई निष्पक्ष एजेंसी है। कोर्ट ही तय करता है कि गलती हुई है या नहीं है। अगर कोई गलत है तो किसे कितनी सजा सुनानी है।
सवाल- प्राइमाफेसी में जिन सांसदों नेताओं के नाम आए हैं तो क्या आपको नहीं लगता कि उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए?
जवाब- मनोज जयसवाल का नाम सामने आया, विजय डर्डा का नाम सामने आया। आप लोगों ने भी काफी कोशिश की। बाकी नामों में भी बातें सिद्ध नहीं हो पाई हैं। नवीन जिंदल का नाम भी सामने आया लेकिन कार्रवाई तो तब हो जब किसी ने अपने पद का दुरुपयोग किया है। गलत एफीडेविट देकर अगर फायदा उठाया गया होगा । तो बिल्कुल कारर्वाई होगी। जांच संस्थाएं अपना काम कर रही हैं। पहले उन्हें अपना काम करने दीजिए।
सवाल- विपक्ष भी मांग कर रहा है कि जैसे 2जी केस में सारे लाइसेंस रद्द कर दिए गए वैसे ही कोल ब्लाक्स में भी हो?
जवाब- ये मांग बिल्कुल गलत मांग है किसी एक की गलती पर पूरे समाज पर उंगली उठा लें। ये तो गलत बात है। यह सोच गलत है कि किसी एक की गलती पर पूरे समूह को सजा दी जाए। गलत को चिन्हित करके उनको सजा दी जानी चाहिए।
First Published: Wednesday, October 24, 2012, 20:09