Last Updated: Thursday, February 7, 2013, 19:19

अजमेर: जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीरी लड़कियों के बैंड ‘प्रगाश’ को धमकी देने वालों को सरकार नहीं बख्शेगी लेकिन उन्होंने गायन को गैर इस्लामी करार देने का फतवा जारी करने वाले मुफ्ती के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किये जाने की जरूरत नहीं बताई।
सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर आए उमर ने ‘प्रगाश’ बैंड का इंटरनेट पर उत्पीड़न किये जाने और धमकी दिये जाने के सिलसिले में की गई गिरफ्तारी पर खुशी जताई तथा कहा कि और लोगों की गिरफ्तारी की संभावना है।
उन्होंने कहा कि धमकी देने वाले कुछ लोग घाटी छोड़ चुके हैं और पुलिस उन्हें पकड़ने की कोशिश कर रही है। मुफ्ती बशरूद्दीन अहमद का हवाला देते हुए उमर ने कहा कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई किये जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि उन्होंने किसी कानून का उल्लंघन नहीं किया है।
अहमद ने गायन को गैर इस्लामी बताया था और लड़कियों से बैंड छोड़ने को कहा था। उमर ने माइक्रोब्लागिंग साइट ट्विटर पर इससे पहले लिखा था कि उन्हें इस बात पर गर्व है कि ऑनलाइन धमकी देने वाले लोगों को कश्मीर में पुलिस ने पहचान कर ली और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
‘प्रगाश’ के फेसबुक पेज पर धमकी देने और गालियां लिखने को लेकर राज्य के गंदेरबल, अनंतनाग और श्रीनगर जिलों से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने 26 लोगों के इंटरनेट प्रोटोकॉल पते की छानबीन शुरू कर दी है। उनके खिलाफ आईटी अधिनियम की धारा 66 ए और रणवीर दंड संहिता की धारा 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 7, 2013, 19:19