नक्सलियों ने किया विस्फोट, 5 जवानों की मौत - Zee News हिंदी

नक्सलियों ने किया विस्फोट, 5 जवानों की मौत




रांची : झारखंड के लातेहार जिले में बालुमाथ क्षेत्र में नक्सलियों ने बुधवार शाम लगभग साढ़े छह बजे सुरक्षा बलों की एक जीप बारूदी सुरंग विस्फोट कर उड़ा दी जिसमें कम से कम पांच जवानों के हताहत होने की आशंका है जबकि जीप में सवार चालक समेत तीन जवान जान बचाकर बच निकले।

 

झारखंड पुलिस के प्रवक्ता महानिरीक्षक ओ पी मलिक ने बताया कि बालुमाथ थाना क्षेत्र में बालुमाथ से चंदवा की ओर जाने वाले मार्ग पर बुधवार शाम लगभग साढ़े छह बजे एक मामले की जांच कर लौट रहे पुलिस दल की जीप नक्सलियों ने बारूदी सुरंग से उड़ाने का प्रयास किया। इस हमले में जीप आंशिक रूप से उड़ गयी लेकिन उसका चालक और दो अन्य सिपाही मौके से जान बचाकर भागने में सफल रहे और वह बालुमाथ थाने पहुंच गये हैं।

 

उन्होंने बताया कि जीप में कुल आठ सुरक्षाकर्मी सवार थे जिनमें से पांच सुरक्षाकर्मियों के हताहत होने की आशंका हैं मौके पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को भेजा गया है जिससे हमलावर नक्सलियों से निपटा जा सके।

 

पुलिस महानिदेशक रथ ने बताया कि बुधवार की घटना को नक्सलियों ने पुलिस बल को साजिशन फंसा कर अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के माध्यम से बालुमाथ पुलिस थाने पर खबर आयी कि समीप के गांवों में अनेक ग्रामीणों की अप्राकृतिक मौत हो गयी है।

 

इस सूचना पर बालुमाथ थाने से पुलिस दल अपनी जीप से आनन फानन गांव के लिए रवाना हुआ लेकिन नक्सलियों ने साजिश के तहत पुलिस दल की जीप थाने से लगभग ढाई किलोमीटर दूर बालुमाथ चंदवा राजमार्ग पर चेताग में बारुदी सुरंग विस्फोट से उडा दी और उन पर गोलीबारी प्रारंभ कर दी । हमले में तीन सुरक्षाकर्मी शहीद हो गये जबकि दो अन्य घायल हो गये।

 

उन्होंने बताया कि इस घटना की सूचना मिलते ही घटनास्थल पर बडी संख्या में और सुरक्षा बलों को भेजा गया है और अंतिम सूचना मिलने तक मुठभेड जारी है ।

 

इससे पूर्व लातेहार में पिछले वर्ष तीन दिसम्बर की शाम निर्दलीय स्थानीय सांसद इंदर सिंह नामधारी के काफिले पर नक्सलियों के घात लगाकर किये गये हमले में भी दस जवानों की मौत हो गयी थी जबकि सांसद बाल बाल बच गये थे। हाल में 21 जनवरी को भी नक्सलियों ने झारखंड के गढ़वा जिले में ऐसे ही एक हमले में सुरक्षा बलों के बारूदी सुरंग निरोधक वाहन को विस्फोट से उड़ा दिया था जिससे तेरह सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गयी थी।

 

इसके बाद नक्सलियों ने वहीं से स्थानीय नगरपालिका परिषद अध्यक्ष सुषमा मेहता उनके सुरक्षा गार्ड और चालक समेत चार लोगों को अगवा कर लिया था।

 

बाद में उन्होंने पुलिस के सुरक्षा गार्ड को छोड़कर अन्य तीनों को तीन दिन बाद रिहा कर दिया था लेकिन गार्ड को अब तक रिहा नहीं किया है । नक्सलियों ने उसे रिहा करने के लिए लोहरदगा में नक्सलियों के खिलाफ छेड़े गये अभियान को रोकने की शर्त रखी है।  (एजेंसी)

First Published: Thursday, February 2, 2012, 09:47

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