Last Updated: Wednesday, September 25, 2013, 09:54

पटना : दिल्ली में राष्ट्रीय एकता परिषद की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की मुलाकात के बाद अब जनता दल (युनाइटेड) के लोग भले ही बचाव में आ गए हों, लेकिन बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (सुमो) ने नीतीश पर नरेंद्र मोदी (नमो) को लेकर सवाल खड़ा कर दिया है।
सुमो ने ट्विटर पर लिखा, नीतीश कुमार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ हाथ मिला सकते हैं, लेकिन नमो के जन्मदिन पर या गुजरात में उनकी तीसरी बार जीत पर बधाई तक नहीं दे सकते! यह छूआछूत क्या राजनीति के लिए अच्छी है? यह किस तरह का समावेशी राजनीति है? यह किस तरह की मानसिकता है?
मोदी ने ट्विटर पर पुराने प्रकरणों का भी जिक्र करते हुए कहा कि अखबार में छपे एक विज्ञापन में जब नीतीश और नमो एक साथ हाथ उठाए हुए नजर आए थे, तब नीतीश नाराज क्यों हो गए थे? उल्लेखनीय है कि जून में भाजपा और जद (यू) की 17 वर्षों का गठबंधन उस समय टूट गया था जब भाजपा ने अगले चुनाव के लिए नरेंद्र मोदी को चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बना दिया था।
राष्ट्रीय एकता परिषद की बैठक में नीतीश और आडवाणी को गर्मजोशी से हाथ मिलाते देखा गया था। इसके बाद राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने जद (यू) और भाजपा के अलग होने को नाटक बताया था। मोदी ने भी हालांकि इस मुलाकात को औपचारिक मुलाकात कहा था। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 25, 2013, 09:54