Last Updated: Friday, September 20, 2013, 13:48

इंदौर : यह महज दो महीने पहले की बात है, जब नजदीकी धार्मिक नगरी उज्जैन में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई वाली जन आशीर्वाद यात्रा की महत्वाकांक्षी शुरूआत के दौरान भाजपा की चुनाव अभियान समिति के प्रमुख नरेंद्र मोदी का चेहरा होर्डिंग, बैनरों से गायब रहने की खबरें सुखिर्यां बनी थीं। लेकिन मोदी के भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित होने के बाद सूबे में सियासी समीकरण बदल गए और सत्तारूढ़ दल के नेताओं ने ‘नमो’ मंत्र का जाप शुरू कर दिया है।
यह पूछे जाने पर कि प्रदेश में नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों में ‘नमो’ मंत्र कोई प्रभाव दिखा सकेगा, वरिष्ठ भाजपा नेता और सूबे के उद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय कहते हैं, ‘यह (कारक) सोने पर सुहागा की तरह है। शिवराज का प्रदेश में वैसे ही बहुत प्रभाव है। मोदी के आने से भाजपा का सूबे में असर बढ़ेगा और हम कुल 230 सीटों में से लगभग 175 सीटें जीत सकेंगे।
भाजपा पहले ही कह चुकी है कि वह प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी को मजबूती देने के लिये मोदी की बतौर स्टार प्रचारक मदद लेगी। ऐसे में सियासी जानकारों का अनुमान है कि ‘नमो’ मंत्र प्रदेश के मालवा निमाड़ अंचल की करीब 60 विधानसभा सीटों के चुनाव परिणामों पर अपना सीधा असर दिखा सकता है, बशर्ते मोदी को इन क्षेत्रों में भाजपा के प्रचार के लिये उतारा जाए।
बहरहाल, भाजपा सूत्र बताते हैं कि आगामी विधानसभा चुनावों में जीत की हैट्रिक बनाने के लिये सत्तारूढ़ दल विकास के मुद्दे पर दांव लगाते हुए चुनावी मैदान में उतरेगा और उसके चुनाव प्रचार की केंद्रीय भूमिका में स्वाभाविक तौर पर शिवराज ही होंगे। (एजेंसी)
First Published: Friday, September 20, 2013, 13:48